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स्कॉर्पियो से जा रहा था दरोगा का बेटा, अचानक UP STF ने घेरा, कहा- ‘तलाशी दीजिए’ फिर जो मिला, फटी रह गई आंखें

मेरठ. पश्चिम उत्तर प्रदेश में हथियारों की तस्करी का गैंग चलने वाला एक दरोगा का बेटा निकला. एसटीएफ की टीम ने मथुरा में तैनात दरोगा राकेश सिंह के बेटे रोहन को गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है. आरोपी के पास से 17 डबल बैरल बंदूक, 12 बोर और 700 कारतूस बरामद किए गए हैं. एसटीएफ के अनुसार, उनको जानकारी मिली कि मेरठ क्षेत्र में एक अंतर-राज्यीय अवैध शस्त्र गिरोह के कुछ सदस्य एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी मिली, जिसमें भारी मात्रा में अवैध असलहा रखे थे. मेरठ बायपास से खिरवा रोड पर करीब चार किलोमीटर आगे तिराहे पर खड़े होकर अपने किसी साथी के आने का इंतजार कर रहे हैं.सूचना पर एसटीएफ में बताए गए स्थान पर छापेमारी की. इसके बाद गाड़ी में बैठे शख्स ने पुलिस पर फायर किए. एसटीएफ की टीम बाल-बाल बच गई. इसके बाद उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया. पकड़े गए व्यक्ति का नाम रोहन है. तलाशी लेने पर गाड़ी में पिछली सीट पर 17 बंदूक 12 बोर और 315 के कारतूस के 35 डिब्बे मिले जिसमें 700 कारतूस रखे थे बरामद हुए हैं.गिड़गिड़ाने लगा STF के सामने
जब एसटीएफ ने रोहन को पकड़ा तो वह अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाने लगा. बोलने लगा कि ‘साहब छोड़ दीजिए. 15 दिन बाद मेरी शादी है. अगर जेल चला गया तो बड़ी बदनामी हो जाएगी और शादी भी टूट जाएगी.’ अफसरों का दिल नहीं पसीजा और रोहन को गिरफ्तार कर लिया.गिरफ्तार आरोपी रोहन ने बताया कि यह लोग असलाह और कारतूस मराठा गन हाउस अटारी रोड जिला अमृतसर पंजाब से 40 से 50 हजार रुपये लाते हैं. 100 रुपए प्रति कारतूस लाते हैं. इन बंदूकों को यह लोग 80 हजार से 1 लाख रुपये में और कारतूस को 200 से 250 रुपये में बेचते हैं. मराठा गन हाउस का मालिक इन्हें यह असलाह और कारतूस किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर फर्जी रसीद काट कर देता है. अनिल बालियान नाम के व्यक्ति को देते हैं. अनिल बालियान पुराना असल तस्कर है जिससे जनपद शामली पुलिस द्वारा पूर्व में एक-47 राइफल भी बरामद की गई थी. गिरफ्तार किए गए आरोपी के खिलाफ थाना कंकरखेड़ा में मुकदमा दर्ज किया गया है और स्थानीय पुलिस की ओर से कार्रवाई की जा रही है.ज्यादा पैसे कमाने की लालच में करने लगा हथियारों की तस्करीआरोपी रोहन सिंह ठेकेदारी के साथ हथियारों की तस्कारी करता था. उसके पिता राकेश सिंह मथुरा पुलिस में दरोगा के पद पर हैं और मूल रूप से बागपत के बड़ौत के रहने वाले हैं. रोहन ने पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद दरोगा परीक्षा की भी तैयारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली तो ठेकेदारी करने लगा. इसी दौरान उसकी मुलाकात हथियार तस्कर अनिल बालियान से हुई. ज्यादा पैसा कमाने के लालच में वह हथियार तस्करी गिरोह से जुड़ गया. रोहन ग्राहक खोजता था और सौदा तय होने के बाद हथियार सप्लाई कर देता था.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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