बलिया. बलिया रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने अवैध कारतूसों की बड़ी खेप पकड़ी है. जीआरपी ने एक युवती के ट्रॉली बैग से 750 अवैध कारतूस बरामद किए. इतनी बड़ी संख्या में कारतूस देखकर जीआरपी भी दंग रह गई. युवती को वाराणसी-छपरा पैसेंजर ट्रेन से पकड़ा गया. युवती छपरा जा रही थी.
युवती मिर्जापुर के नदीहार गांव रहने वाली है. बताया जा रहा है कि वो वाराणसी में पढ़ाई करती है. इस दौरान वो हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह के संपर्क मे आई. पैसों के लिये आर्म हैंडलर का काम करने लगी. दो असलहा तस्करों अंकित पांडेय और रोशन यादव ने उसे कारतूसों की खेप दी थी और छपरा पहुंचाने को कहा था. जीआरपी और पुलिस दोनों बाकी नेटवर्क की तलाश में जुटी हुई है. अंकित पांडेय और रोशन यादव गाजीपुर के रहने वाले हैं.जीआरपी बलिया थाना प्रभारी सुभाष चंद्र यादव ने बताया कि बुधवार सुबह वाराणसी से छपरा जा रही पैसेंजर ट्रेन (नंबर 05446) से 20 साल की युवती मनिता सिंह अपनी सीट के पास बड़ा सा ट्रॉली बैग रखे थे. शक होने पर जीआरपी ने बैग की तलाशी देने को कहा. ट्रॉली बैग में 750 जिंदा कारतूस देखकर हर कोई हैरान रह गया
सीओ सवीरल गौतम ने बताया कि बुधवार सुबह 9 बजे के करीब बलिया जीआरपी ने एक युवती को गिरफ्तार किया है जिसके पास से 750 जिंदा कारतूस 315 बोर के बरामद हुए हैं. युवती ने बताया कि उसको ये कारतूस अंकित पांडेय नामक व्यक्ति ने दिए थे. कारतूस वह बनारस से छपरा लेकर जा रही थी. छपरा में कारतूस की डिलीवरी की जानी थी. बलिया रेलवे स्टेसन पर कारतूस मिलने की यह दूसरी घटना है. इससे पहले जीआरपी ने 28 दिसंबर को रेलवे स्टेशन से 825 अवैध कारतूस और देशी तमंचे बरामद किए थे.