यूपी के सम्भल जिले में जिलाधिकारी (DM) खुद ठेके पर शराब खरीदने पहुंच गए. डीएम ने ठेके पर पहुंचकर खुद ही बोतल खरीदी. लेकिन इसी दौरान दुकान ने डीएम को पहचान लिया और उनके अतिरिक्त पैसे नहीं लिए. हालांकि, डीएम से ठीक पहले अन्य ग्राहक को 10 रुपए महंगी बोतल दी गई. ओवर रेटिंग की शिकायत के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने अब जांच के आदेश दिए हैं.
दरअसल, सम्भल जिले के डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया गुरुवार देर रात जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने के लिए निकले थे. लेकिन इसी दौरान उन्हें फोन कॉल पर सदर कोतवाली इलाके के शंकर कॉलेज चौराहे के पास स्थित शराब की दुकान पर ओवर रेट बिक्री होने की शिकायत मिली. इस पर डीएम अपने पूरे स्टाफ को छोड़कर केवल एडीएम प्रदीप वर्मा के साथ खुद ही शराब के ठेके पर पहुंच गए.
ओवर रेटिंग की शिकायत का रियलिटी चेक करने के लिए डीएम ने दुकान पर खड़े होकर खुद ही शराब की बोतल खरीदी. लेकिन डीएम को इस दौरान शराब की बोतल ऑन रेट में ही मिली, क्योंकि दुकानदार भी डीएम को देखते ही पहचान गया था. जबकि डीएम से ठीक पहले ठेके पर शराब खरीदने वाले शख्स ने 10 रुपए ज्यादा वसूले.डीएम को भले ही खुद शराब की बोतल खरीदने पर ओवर रेट का मामला नहीं मिला हो, लेकिन उन्होंने दूसरे ग्राहक से शराब की बोतल के 10 रुपए ज्यादा वसूलने के मामले को गंभीरता से लिया है.
अब जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से आबकारी महकमे में हड़कंप मच गया है. माना जा रहा है कि डीएम के इस रियलिटी चेक के बाद आबकारी विभाग के जिम्मेदार अफसर पर कार्रवाई हो सकती है.
‘…क्योंकि दुकानदार पहचान गया था’
डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया ने बताया, ”मैंने और एडीएम ने ठेके पर जाकर शराब की बोतल खरीदी तो उसने हमें रेट पर ही बोतल दी गई, क्योंकि दुकानदार हमें पहचान गया था. लेकिन हमसे ठीक पहले एक ग्राहक को 10 रुपए महंगी शराब दी गई. उस व्यक्ति का नाम और नंबर हमने नोट कर लिया है. इस ओवर रेटिंग के मामले में हम कार्रवाई करेंगे.”