सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को भगवान शिव और मां पार्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन विधिपूर्वक शिव जी की पूजा करने से विवाह में आ रही बाधा से छुटकारा मिलता है। साथ ही वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है। पंचाग के अनुसार, आश्विन माह का अंतिम प्रदोष व्रत 15 अक्टूबर (Pradosh Vrat 2024 Date) को है। अगर आप भी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2024 Puja Vidhi) के दौरान शिव मृत्युञ्जय स्तोत्र (Shiv mrityunjaya stotram) का पाठ करें। मान्यता है कि इसका पाठ करने से साधक की सभी मुरादें पूर्ण होती हैं और जीवन में व्याप्त दुख और संकट से छुटकारा मिलता है। आइए पढ़ते हैं शिव मृत्युञ्जय स्तोत्र।

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