जिला शिक्षा अधिकारी ने 58 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। 2 अक्टूबर तक स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। ये फैसला बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। दरअसल पश्चिम चंपारण जिले में बाढ़ प्रभावित आठ प्रखंडों में बाढ़ का प्रकोप है। लिहाजा शिक्षा विभाग ने 58 स्कूलों को 2 अक्टूबर तक बंद रखने का आदेश दिया है। जिला शिक्षा कार्यालय से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।आदेश के मुताबिक स्कूल बंदी का यह निर्णय जिले में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश और वाल्मीकिनगर बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने को लेकर लिया गया है। जिला शिक्षा कार्यालय से जारी किए पत्र में आठ प्रखंडों के 58 स्कूलों को बाढ़ और जल जमाव के कारण 2 अक्टूबर तक बंद करने का आदेश दिया है। इसमें ठकराहां प्रखंड के 8, बगहा एक के 9, बगहा दो के 11, लौरिया के 6, मधुबनी और नौतन के 7-7 और पिपरासी और भितहा प्रखंड के 5-5 स्कूल शामिल है।
मालूम हो कि लगातार बारिश और गंडक बैराज से अधिक पानी छोड़े जाने से जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद विद्यालयों में आवाजाही का रास्ते बंद हो गया है। इससे छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को विद्यालय आने जाने में कठिनाई हो रही है। इसको देखते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने ठकरांहा, मधुबनी, पिपरासी, बगहा दो, बगहा एक, लौरिया, नौतन और भितहा के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, कर्मियों और छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुए 58 स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है। इधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को बंद किए गए सभी 58 स्कूलों के शिक्षकों को उक्त अवधि में प्रखंड के दूसरे स्कूलों में नामांकित छात्रों के अनुपात में प्रतिनियोजित करने का भी आदेश दिया है