प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में आपने बहुत सुना होगा. लेकिन इंग्लैंड में एक अनोखी योजना चल रही है. यहां सरकार सड़क से लोगों को उठाकर घर बांट रही है. सारी सुविधाएं मुफ्त में दे रही है. यहां तक कि इलाज पर भी एक पैसा खर्च नहीं होगा. कोई शर्त भी नहीं रखी गई है. इसका मकसद बेघर लोगों को घर देना और जो लोग सड़क पर पड़े रहते हैं, उन्हें अच्छी सुविधाएं मुहैया कराना है.ग्रेटर मैनचेस्टर के मेयर एंडी बर्नहैम ने ‘हाउसिंंग फर्स्ट’ नाम से ये स्कीम लॉन्च की है. शुरुआत में 400 लोगों को घर दिए जाएंगे. इस पर आने वाला पूरा खर्च वहां की केंद्र सरकार उठाएगी. मानसिक तकलीफ से पीड़ित और नशीली दवाओं के जाल में फंसे लोगों को सबसे पहले इस योजना का लाभ दिया जाएगा. मेयर ने कहा, हमने पहले भी इस तरह का एक प्रयोग किया था, तब 413 लोगों को इस योजना का लाभ दिया गया था. इससे शहर में बेघर लोगों को अच्छा ठिकाना मिला था. सड़कों पर भी ये नजर नहीं आ रहे थे.
फिनलैंड में पहले से ये योजना
यह योजना फिनलैंड की एक स्कीम देखकर बनी है. फिनलैंड ने ऐलान किया था कि उनके यहां को भी बेघर नहीं रहेगा. ऐसी कोई सड़क नहीं होगी, जिस पर बेघर लोग रहते हों या नजर आते हों. नतीजा राजधानी हेलसिंकी में आपको कोई भी खुले में सोते हुए या भीख मांगते हुए नजर नहीं आएगा. आज भी वहां का प्रशासन ऐसे लोगों की तलाश करता रहता है. अगर कोई नजर भी आ जाए तो तुरंत उसे उठा लिया जाता है. अस्पतालों में एडमिट कराया जाता है.
ढूंढ-ढूंढकर घर दिया
1987 में फिनलैंड में 18,000 से ज्यादा बेघर लोग थे, जो सड़कों पर रात बिताते थे. खुले में सोते नजर आते थे. इनमें से अधिकांश लोग अपने मित्रों या परिवार के साथ रह रहे थे. लेकिन हाल ही में आए आंकड़े बताते हैं कि पूरे देश में अब इक्का दुक्का लोग ही ऐसा करते दिखेंगे. क्योंकि 2007 में फिनलैंड ने ‘हाउसिंग फर्स्ट’ पॉलिसी लॉन्च की. ऐसे लोगों को ढूंढ-ढूंढकर घर दिया गया. ड्रग्स का सेवन करने वालों को उचित इलाज की व्यवस्था की गई. उन्हें स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दी गई, ताकि वे अपना काम कर सकें