बदायूंः बदायूं साइबर क्राइम के जाल से आम आदमी तो क्या सरकारी अधिकारी भी फंसने से बच नहीं पा रहे हैं. ताजा मामला सदर तहसील में तैनात तहसीलदार सुरेंद्र कुमार से 50 हजार की ठगी का है. तहसीलदार ने मामले की शिकायत साइबर सेल से की है. पुलिस ने हाई प्रोफाइल मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अधिकारी के अकाउंट को होल्ड करा दिया है. रुपयों की रिकवरी के प्रयास किये जा रहे हैं. ठगी करने वाले ठग ने श्रीलंका के नंबर से ठगी की है.पूरा मामला सदर तहसील में तैनात तहसीलदार सुरेंद्र कुमार से ठगी का है. तहसीलदार साहब के मोबाइल नंबर पर रविवार को एक मैसेज आया. उस नंबर पर डीपी की जगह बदायूं कलेक्टर निधि श्रीवास्तव का फोटो और नाम लिखा हुआ था. तहसीलदार साहब कांवड यात्रा की ड्यूटी में लगे हुए थे. उन्होंने मैसेज पढ़ा तो उसमें 50 हजार रुपये एकाउंट में डालने को लिखा गया था. ज्यादा व्यस्तता के कारण तहसीलदार ने उस मैसेज की तस्दीक करने की कोशिश नहीं की और बताये गये अकाउंट में 50 हजार रुपये तुंरत डाल दिए
कुछ देर बाद फिर इस नंबर से कुछ और रुपए की मांग की गई. तब तहसीलदार को शक हुआ और उन्होंने डीएम बदायूं के सीयूजी नंबर पर कॉल कर उनसे बात की. डीएम बदायूं निधि श्रीवास्तव ने रुपयों की डिमांड के लिए मना किया. जिसके बाद तहसीलदार को ठगी का एहसास हुआ. फिलहाल, मामले की शिकायत तहसीलदार ने साइबर थाना पुलिस से की है. पुलिस की जांच में मोबाइल नंबर श्रीलंका का निकला है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए खाते को होल्ड कर दिया है.मामले पर एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव का कहना है कि तहसीलदार सदर ने तहरीर के माध्यम से अवगत करवाया है. उनके खाते से किसी ने 50 हजार की ठगी जिला अधिकारी की फर्जी डीपी लगाकर कर ली है. इस संबंध में उनकी तहरीर के आधार पर साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.