दरभंगा के बिरौल थाना क्षेत्र के लदहो गांव में रविवार को निकाह पढ़ने पहुंचे एक दूल्हे को बारात सहित दुल्हन वालों ने बंधक बना लिया। उन लोगों ने तब तक दूल्हे को बंधक बनाए रखा जब तक दूल्हे के पिता ने निकाही में हुए खर्च सभी तीन लाख रुपये दुल्हन के पिता को वापस नहीं कर दिए। इस दौरान करीब 24 घंटे तक दुल्हन वालों ने दूल्हे को बंधक बनाए रखा। बताया जा रहा है कि दूल्हा अब्दुल कादिर दूसरी निकाह पढ़ने आया था, जिसकी जानकारी दुल्हन पक्ष को नहीं थी। निकाह के दौरान पहली पत्नी के हंगामा करने के दौरान यह राज खुल गया और दूसरी निकाह करने से दुल्हन वालों ने इनकार कर दिया।जानकारी के मुताबिक, बिरौल थाना क्षेत्र के लदहो गांव में दुल्हन की निकाह की तैयारी चल रही थी। बारात भी दूल्हे सहित सही समय से दुल्हन के घर पहुंच चुकी थी। निकाह की तैयारी शुरू हो गई। जैसे ही निकाह पढ़ाने की बात बढ़ी कि मामले में नया मोड़ आ गया और अचानक से दूल्हे की पहली पत्नी नाजनीन खातून ने हंगामा करना शुरू कर दिया। पहले तो लोगों को हंगामे की बीच बात समझ में नहीं आई। उसके बाद पहली पत्नी ने भारी बारात के बीच अपना कोर्ट मैरिज का एग्रीमेंट सबके सामने रख दिया। पहली पत्नी ने बताया कि फेसबुक के माध्यम से दोनों के बीच जान पहचान होने के बाद दोनों की लव मैरिज हुई थी। उसके बाद दोनों ने कोर्ट मैरिज की थी।बस इतना सुनते ही दूसरी होने वाली पत्नी के परिवार वालों ने दूल्हे अब्दुल कादिर उर्फ छेदी सहित पूरी बारात को ही बंधक बना लिया। वहीं, दुल्हन ने भी निकाह पढ़ने से इनकार कर दिया। काफी हंगामे के बाद ग्रामीणों और लड़की के पिता कलीमुद्दीन नद्दाफ और दूल्हे के पिता में तय हुआ कि निकाह में खर्च हुए तीन लाख रुपये देने के बाद ही दूल्हे को वापस जाने दिया जाएगा। सोमवार की देर शाम दुल्हन पक्ष को वर पक्ष के लोगों ने तीन लाख रुपये वापस किए। तब जाकर दूल्हा अब्दुल कादिर मुक्त हो सका।
इधर, बताया जा रहा है कि 24 घंटे से ऊपर तक दूल्हे को ग्रामीणों ने बंधक बनाए रखा। लेकिन इसकी भनक तक बिरौल पुलिस को नहीं लग सकी।