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Gustakhi Maaf: इस दोस्त को भी बना डाला दुश्मन

-दीपक रंजन दास
कुत्तों और इंसान का रिश्ता सदियों पुराना है. वह इंसानों के साथ तब से है जब इंसान खुद भोजन की तलाश में शिकार करता फिरता था. एक मित्र के रूप में, एक भरोसेमंद चौकीदार के रूप में, एक वफादार प्राणी के रूप में कुत्ते हमेशा इंसानों के साथ रहे हैं. उसकी स्वामीभक्ति बेमिसाल रही है. आधुनिकता के मौजूदा दौर में भी कुत्ते इंसानों के साथ न केवल बने हुए हैं बल्कि कई लोगों के एकाकी जीवन का सबसे बड़ा सहारा भी हैं. इतिहास में ऐसे सैकड़ों कुत्तों के उदाहरण मिल जाएंगे जिन्होंने मालिक के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी. ऐसे भी किस्से हैं कि मालिक के गुजरने के बाद उसके पालतू कुत्ते ने भी भोजन पानी का त्याग कर दिया और चुपचाप मौत को गले लगा लिया. पर इंसान के मन में संतोष कहां. उसने तो उस प्रकृति को भी अपना दुश्मन बना लिया जिसने उसे अपनी गोद में जन्म दिया, उसका लालन-पालन किया. अब लोगों के पास पैसा है तो वे कुत्तों में इज्जतदार कुत्ते ढूंढ रहे हैं. इज्जतदार का मतलब है कि महंगे से महंगा विदेशी कुत्ता उन्हें अपनी चौखट से बांधना है. फिर लोगों पर इस बात का भी धौंस जमाना है कि उनके पास फलां नस्ल का कुत्ता है. बेचारा कुत्ता परेशान. ठंडे देशों का कुत्ता जब गर्म देश में आता है तो वह वैसे ही परेशान रहता है. उसकी मोटी खाल और घने रोएं उसके शरीर के तापमान को बढ़ा देते हैं. बेचारा वैसे ही टेंशन में रहता है. ऊपर से कृत्रिम खाना खा-खा कर उसकी हालत और खराब हो जाती है. इनमें से कुछ नस्लें तो न केवल विशालाकार होती हैं बल्कि मूड खराब होने पर खुद अपने मालिक की तिक्का-बोटी कर देती हैं. ऐसी प्रजातियों में रॉटवीलर, पिटबुल, टोसाइनू, फिला ब्राजीलेरियो, एशियन शेफर्ड, अमेरिकन स्टैफोर्डशायर टेरियर, अमेरिकन बुलडॉग, डोगो अर्जेंटीनो, कॉकेसियन शेफर्ड, आदि के नाम शामिल हैं. इनमें से कुछ नस्लें गुस्से में बेकाबू हो जाती हैं और अपने मालिक पर ही हमला कर देती हैं. पिटबुल का नाम ऐसे खतरनाक और ताकतवर कुत्तों में शीर्ष पर आता है. गुस्से में यह हिंसक वन्यप्राणी की तरह हो जाता है और अपने मालिक की जान भी ले सकता है. ऐसे अनेक किस्से हैं जिसमें पिटबुल ने अपने मालिक को लहूलुहान कर दिया या उसकी जान ले ली. इस तरह के भयानक कुत्ते कई देशों में बैन हैं क्योंकि ये आगंतुक पर जानलेवा हमला कर देते हैं. स्वयं पिटबुल 41 देशों में बैन है. जानकार बताते हैं कि पिटबुल दो खतरनाक नस्लों को मिलाकर बनाई गई एक कृत्रिम नस्ल है. रायपुर में हाल ही में एक पिटबुल ने डिलीवरी बॉय पर हमला कर दिया. इसके बाद से ही पिटबुल को देश में बैन करने की मांग उठने लगी है. ऐसी मांग पहले भी उठी थी पर जल्द ही वह ठंडे बस्ते में चली गई. क्या इस बार भी ऐसा ही होगा?

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