पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बयान दिया है की बिहार में उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है जो दो से तीन सप्ताह में शिक्षकों के तबादला को लेकर नीति निर्धारण करेगी. जरूरी नहीं है कि पूरे बिहार में शिक्षकों का तबादला किया जाए. जहां जरूरी होगा वही तबादला होगा. सुनील कुमार ने कहा कि तबादला पॉलिसी बनाने के बाद इस साल हम लोग शिक्षकों का तबदला भी करेंगे.
“हम लोगों की कोशिश होगी शिक्षकों के तबादले में यदि पति-पत्नी शिक्षक हैं या फिर स्वास्थ्य का कोई इश्यू है उसे प्राथमिकता दी जाए, जिससे स्कूल में पठन-पाठन का कार्य सही ढंग से चल सके.”– सुनील कुमार, शिक्षा मंत्री
लंबे समय से तबादले की मांगः बता दें कि नियोजित शिक्षकों के तबादला को लेकर लंबे समय से शिक्षक संघ मांग करता रहा है. सरकार की तरफ से लगातार आश्वासन भी दिया जाता रहा है. और अब नए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार भी आश्वासन दे रहे हैं कि इसी साल से शिक्षकों को तबादला का लाभ मिलेगा. जल्द ही पॉलिसी तैयार हो जाएगी और जिन्हें भी जरूरी होगा उनका तबादला किया जाएगा.
प्रमाण पत्र नहीं देने के कारण हटाया जा रहाः शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बड़ी संख्या में शिक्षकों को हटाए जाने पर कहा सही प्रमाण पत्र नहीं देने के कारण यह कार्रवाई हो रही है. बिहार में 1 लाख 87 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, उसमें से बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं जो सही प्रमाण पत्र नहीं दे रहे हैं. शिक्षा मंत्री के अनुसार उन्हें ही हटाया जा रहा है. उन्होंने किसी तरह की गड़बड़ी होने से इंकार किया है.