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सॉफ्टवेयर इंजीनियर से एक करोड़ से ज्यादा की ठगी, शातिर ने फर्जी किरदारों के जरिए किया स्कैम

शादी के लिए लड़की की तलाश में था इंजीनियर, ठग ले उठाया इसी बात का फायदा

बिलासपुर। शादी के लिए लड़की तलाश कर रहे सॉफ्टवेयर इंजीनियर से शातिर ने लगभग एक करोड़ 40 लाख रुपए की ठगी की। मिमिक्री में माहिर शातिर ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को अलग अलग किरदारों के जरिए झांसे में लिया। कभी लड़की बनकर तो कभी लड़की का भाई बनकर यहां तक की आरबीआई के अफसर के रूप में भी उसने बात की। इस तरह शातिर ने अलग अलग किरदारों के जरिए 1 करोड़ 39 लाख 51 हजार 277 रुपए की ठगी की। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420, 386, 34 भादवि एवं 66(डी) आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया है।

पुलिस के अनुसार सरकण्डा बिलासपुर निवासी नितिन जैन प्राईवेट कंपनी पुणे मे सॉफ्टवेयर इंजिनियर है। उसने सायबर थाना आकर स्वयं के साथ सायबर ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके साथ 01 करोड 39 लाख 51 हजार 277 रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के बाद डॉ. संजीव शुक्ला पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेन्ज बिलासपुर एवं रजनीश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा धोखाधडी व सायबर अपराधो की समीक्षा कर समस्त राजपत्रित अधिकारियो को विशेष निर्देश दिये गये थे। इस के पालन में एक विशेष टीम द्वारा आरोपीयो का पता ठिकाना ज्ञात कर विवेचना प्रारम्भ की गई जो आरोपी का आनलाईन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई।

मामले की जांच दौरान पता चला कि आरोपी रोहित अपने भाई के घर पुणे गया हुआ था। जहां उसकी मुलाकात जैन कॉलोनी में रहने वाले प्रार्थी नितिन जैन से हुई। आपसी परिचय बढने के बाद रोहित को पता चला कि नितिन जैन के विवाह के लिए लडकी की तलाश कर रहा है। इसका फायदा उठाकर रोहित ने विवाह योग्य लडकी से परिचय कराने की बात कही। इसके बाद उसने 2-3 लडकियों की फोटो दिखाई। नितिन ने इस दौरान एक लड़की एकता जैन को पसंद किया जो कि वास्तव में थी ही नहीं। रेहित ने एकता जैन के नाम पर फोन कर नितिन जैन से नजदीकी बढ़ाई और शादी के राजी होने की बात कही। इसके बाद ठगी करना शुरू किया।

मिमिक्री में माहिर है शातिर ठग
राहित स्कूल के समय से ही मिमिक्री करता रहा है महिला, पुरूष साउथ इंडियन, फिल्मी कलाकारो के हुबहु नकल कर आवाज निकालने में माहिर है। इस पूरे ठगी के प्रकरण में उसने स्वयं ही महिला एकता जैन, महिला के मामा का लडका अंशुल जैन, जिला जज सुब्रमन्यन स्वामी हैदराबाद, प्रापर्टी टैक्स ऑफिसर रामकृष्णन चेन्नई, मोबाईल लोन एप रिकवरी एजेन्ट बॉस, आरबीआई इन्स्पैक्टर विनित का किरदार गढकर प्रार्थी को झांसे में लिया। प्रत्येक किरदार निभाने के लिये अलग-अलग कंपनी का सिम कार्ड इस्तेमाल किया। आरोपी ठगी कर ऑनलाईन बैंटिंग एप डी-247 के एवीएटर, तीन पत्ती, रमी, क्रिकेट पर दांव लगाता था।

शातिर ने अलग अलग किरदार बनाकर की ठगी
काल्पनिक नाम एकता जैन जिससे प्रार्थी विवाह करने की बात तय हुई थी आरोपी ने एकता के बीमार होने व अन्य आवश्यकता होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया। इसके बाद आरोपी ने  एक नया सिम कार्ड खरीदकर एकता जैन का भाई अंशुल जैन बनकर नये आवाज में प्रार्थी से संपर्क कर अपनी बहन से विवाह की पारिवारिक सहमति दी बातचीत दौरान प्रार्थी को शेयर मार्केट में हानि होने, प्रॉपर्टी टैक्स पटाने, फैमली डिस्प्युट होने का हवाला देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

इंकम टैक्स जज सुब्रमण्यम और प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृष्णन बना
आरोपी ने पुणे जाकर एक नई कहानी बनाई जिसमें लडकी एकता जैन के परिवार का हैदराबाद में प्रापर्टी होना बताया जिसकी बिक्री हेतु हैदराबाद जाना बताया यहां नया सिम कार्ड खरीदकर प्रार्थी को हैदराबाद के इंकम टैक्स के जज सुब्रमण्यम की बदली हुई आवाज में मोबाइल पर संपर्क कर एकता के गिरफ्तार होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 20 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया। आरोपी ने एकता जैन का चेन्नई में भी प्रापर्टी का टैक्स जमा न होने के कारण एकता की गिरफ्तारी की संभावना बताकर चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृष्णन की बदली हुई आवाज में तमिल, हिन्दी, अंग्रेजी में प्रार्थी से करीब 15 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

आरबीआई अधिकारी विनित के रूप में ठगा
आरोपी ने इसी प्रकार आरबीआई अधिकारी विनित की बदली हुई आवाज में इन्स्टेन्ट लोन एप के माध्यम से रकम अदायगी न कर पाने के कारण तुम जांच एजेंन्सीयो के सर्विलेंस में हो पुलिस व ईडी अधिकारी तुम्हारे घर पर रेड करने वाले है तुम दरवाजा मत खोलना और स्वयं जाकर प्रार्थी के घर का दरवाजा खटखटाने लगा और प्रार्थी को भय हो गया कि पुलिस इसे कभी भी गिरफ्तार कर सकती है आरोपी स्वयं प्रार्थी के घर के निचे खडे होकर फोटो खिंचकर प्रार्थी को भेजता था कि तुम जांच एजेंन्सीयो के सर्विलेंस में हो। प्रार्थी डर में आकर से करीब 20 लाख रु विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

मामले में आरोपी रोहित जैन निवासी कटरा बाजार जैन एजेन्सी वार्ड न. 15 मैहर थाना मैहर जिला मैहर (म.प्र.) को मैहर से गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड फोन 02 नग कि-पैड फोन 11 नग सिम कार्ड जब्त किया गया है। इस पूरी कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर उमेश कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं एसीसीयू बिलासपुर अनुज कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी एसीसीयू एवं रेंज सायबर थाना बिलासपुर उप निरीक्षक अजय वारे, एएसआई सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद, विक्कु सिंह ठाकुर आरक्षक चिरंजीव कमलेश, मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा।

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