वाराणसी: विज्ञान की दृष्टि से ग्रहण खगोलीय घटना है लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसका अपना अलग महत्व है. साल 2024 दूसरा और आखरी सूर्यग्रहण अक्टूबर महीने में लगने वाला है. 2 अक्टूबर 2024, दिन बुधवार को यह सूर्य ग्रहण लगेगा. भारतीय समय के अनुसार, दोपहर 3 बजकर 42 मिनट से इस ग्रहण की शुरुआत होगी जो रात 9 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. यानी इस ग्रहण की अवधि 6 घंटे 5 मिनट की होगी.
वैदिक पंचांग के अनुसार, यह ग्रहण उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, अटलांटिक क्षेत्र, अर्जेंटीना, पेरू, प्रशांत महासागर समेत कई देशों में देखने को मिलेगा. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के प्रो. सुभाष पांडेय ने बताया कि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा.
क्या भारत पर पड़ेगा असर?
प्रो. सुभाष पांडेय ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में ऐसी मान्यता है कि जहां ग्रहण दृश्यमान नहीं होता वहां उसका प्रभाव भी नहीं पड़ता है. इसलिए 2 अक्टूबर को लगने वाले इस सूर्य ग्रहण के सूतक काल का असर भारत पर नहीं होगा. बता दें कि चन्द्र ग्रहण के 9 घंटे और सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक काल लगता है.सूतक काल में करें ये उपाय
प्रो. सुभाष पांडेय ने बताया कि वैसे जिन जगहों पर ग्रहण लगेगा वहां उसके सूतक काल का असर होगा. ऐसे में उन जगहों पर सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले पूजा-पाठ और देव विग्रह का स्पर्श वर्जित हो जाएगा. इसके अलावा और भी कई तरह की सावधानियां इस समय में लोगों को बरतनी चाहिए. ग्रहण काल के दौरान सिर्फ और सिर्फ मंत्र और जप करना चाहिए. इस दौरान गंगा स्नान भी करना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि सूतक काल के दौरान किए गए मंत्र और जप का विशेष फल मिलता है.