अल्मोड़ा. उत्तराखंड के जंगलों में कई फल पाए जाते हैं. उनमें से एक फल ऐसा भी है, जो आपको सिर्फ तीन ही महीने के लिए देखने को मिलते हैं. अप्रैल से जून महीने तक मिलने वाले इस फल का नाम है काफल. यह ऐसा फल है, जो आपको खट्टे-मीठे रस से भरपूर स्वाद देता है. इसका स्वाद और भी ज्यादा तब बढ़ जाता है, जब इसे आप पहाड़ी नमक के साथ खाते हैं. काफल की खास बात यह भी है कि आप इसे गुठली सहित भी खा सकते हैं, जो आपको नुकसान नहीं पहुंचता है.
दरअसल, इन दिनों काफल की डिमांड और भी ज्यादा बढ़ जाती है. स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले पर्यटक भी इसे बड़े चाव से खाते हैं. जंगलों में पाए जाने वाले इस फल को लोग तोड़कर बाजार में बेचते हैं. इस बार काफल 320 रुपये किलो से लेकर ₹400 किलो तक बिक रहा है. यह काफल पेट संबंधित पाचन के लिए भी बढ़िया होता है.
पेट के लिए बढ़िया है काफलस्थानीय निवासी मनीष तिवारी ने बताया कि उत्तराखंड का काफल प्रसिद्ध फल है, जो हर किसी को पसंद आता है. इस फल की खास बात यह है कि इसे कोई भी खा सकता है खट्टे-मीठे रस इसमें खाने के लिए मिलते हैं. अल्मोड़ा की बाजार में इन दिनों काफल बेचने के लिए लोग आ रहे हैं और इन्हें लोग खरीद कर खा भी रहे हैं. इस काफल की खास बात यह भी है कि आप इसे गुठली सहित खा सकते हैं. पेट संबंधित पाचन के लिए भी यह काफल बेहद लाभकारी होता है. पर इस बार बारिश कम और जंगलों की आग की वजह से काफल में वह रस नहीं मिल पा रहा है.काफल बेचकर चलते हैं अपना घर परिवारकाफल विक्रेता किशन बिष्ट ने बताया कि वह लमगड़ा के जंगलों से इन काफल को लेकर आए हैं. शाम को फल तोड़ने के लिए जंगलों में चले जाते हैं और अगले दिन वह सुबह अल्मोड़ा में बेचते हैं. इस बार 320 रुपये किलो से लेकर ₹400 किलो तक काफल बिक रहे हैं और लोग इन्हें खा भी रहे हैं.