छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री ने शिक्षकों के ट्रासंफर की फाइल लौटा दी, फिर से भेजने कहा, जानिये अब क्या होगा?

रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग से एक बड़ी खबर आ रही है। छत्तीसगढ़ के तीन हजार से अधिक शिक्षक ट्रांसफर की प्रतीक्षा कर रहे हैं, उन्हें इस खबर से झटका लग सकती है कि समन्वय ने ट्रांसफर की फाइल स्कूल शिक्षा विभाग को लौटा दिया था। मगर उस समय यह बात सामने नहीं आ पाई। स्कूल शिक्षा विभाग के एक सीनियर अफसर ने एनपीजी न्यूज को बताया कि समन्वय ने इस नोट के साथ फाइल लौटा दी थी कि लोकसभा चुनाव 2024 के आचार संहिता के बाद फाइल प्रस्तुत करें। याने 4 जून को चुनाव के नतीजे आएंगे। इसके बाद 6 जून को आचार संहिता समाप्त हो जाएगा।

स्कूल शिक्षा के नए मंत्री

वर्तमान स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल रायपुर लोकसभा सीट से चुनाव लडे़ हैं। उनकी जीत में कोई संशय भी नहीं। याने निश्चित तौर पर वे रायपुर से चुनकर लोकसभा में जा रहे हैं। चुनाव जीतने के तुरंत बाद विधानसभा की उनकी सदस्यता समाप्त हो जाएगी। उधर, मंत्रिमंडल से उन्हें इस्तीफा देना होगा। याने दो दिन के भीतर ये सब हो जाएगा। जैसा कि परंपरा है मंत्रिमंडल से किसी मंत्री की विदाई होती है, तो उसका विभाग किसी और मंत्री को दे दिया जाता है। हालांकि, मंत्रिमंडल में अभी एक जगह खाली है और बृजमोहन अग्रवाल के जीतने के बाद एक और खाली हो जाएगा। लिहाजा, दो नए मंत्री की गुंजाइश है। मगर तब तक किसी भी मंत्री को स्कूल शिक्षा विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया जाएगा। ऐसे में, नए मंत्री को क्या दिलचस्पी होगी कि फिर से समन्वय में ट्रांसफर की फाइल भेजें। जाहिर है, शिक्षकों का ट्रांसफर अब मुश्किल प्रतीत होता है।बहरहाल, आचार संहिता समाप्त होने के खबर के साथ ही शिक्षकों के ट्रांसफर की अटकलें भी शुरू हो गई है। दरअसल, स्कूल शिक्षा विभाग के माफिया और दलाल यह फैलाने में लगे हैं कि स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की मंत्रिमंडल से विदाई के साथ ही शिक्षकों के ट्रांसफर की एक बड़ी लिस्ट निकलेगी। इसमें सहायक शिक्षक, शिक्षक, व्याख्याता, समग्र शिक्षा में परियोजना अधिकारियों की बड़ी लिस्ट निकलेगी।

3000 शिक्षकों की अर्जी

बता दें, लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने से पहले स्कूल शिक्ष़्ा विभाग ने डीईओ, बीईओ, एपीओ के साथ ही 3000 शिक्षकों के ट्रांसफर की फाइल समन्वय में भेजी गई थी। मुख्यमंत्री समन्वय के हेड होते हैं। समन्वय में अनुमोदन के बाद बीईओ, डीईओ की फाइलें तो अनुमोदित हो गई मगर शिक्षकों को अनुमोदित करने पर ब्रेक लगा दिया गया। स्कूल शिक्षा विभाग के दलाल इन 3000 शिक्षकों को गुमराह कर रहे हैं कि 4 जून के बाद किसी भी दिन ट्रांसफर हो जाएगा। इसके साथ और शिक्षकों से भी प्रति ट्रांसफशर डेढ़ से लेकर दो लाख रुपए तक वसूल रहे कि एक साथ सभी का ट्रांसफर हो जाएगा।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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