हर रोज दो घंटे की पढ़ाई करके अक्षत सिन्हा कक्षा 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 97.17 प्रतिशत लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में 10वां स्थान प्राप्त किया है। भविष्य में वह गणित विषय के साथ पढ़ाई करके साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं। परीक्षा की तैयारी करने कोचिंग नहीं बल्कि मॉडल पेपर व इंटरनेट मीडिया का सहारा लिया है।
धमतरी शहर के माडल इंग्लिश स्कूल में अध्ययनरत रायपुर रोड धमतरी निवासी अक्षत सिन्हा पुत्र दिलीप कुमार सिन्हा ने कक्षा 10वीं बोर्ड में प्रदेश के टापटेन सूची में 10वां स्थान प्राप्त किया है। नौ मई को माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी रिजल्ट के बाद अक्षत सिन्हा को टाप टेन सूची में स्थान प्राप्त करने की जानकारी जब मीडियाकर्मियों से हुई तो वह खुशी से झूम उठा। साथ ही उनके शिक्षक-शिक्षिका माता-पिता भी काफी प्रसन्न हुए। इस खबर के बाद उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गई। लोग उनके घर पहुंचने लगा।
10वीं बोर्ड परीक्षा के टॉपर्स लिस्ट में अक्षत ने हासिल किया 10वीं रैंक
अक्षत सिन्हा ने नईदुनिया से चर्चा करते हुए बताया कि वह 10वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने के लिए हर रोज दो घंटे की पढ़ाई करता था। परीक्षा के दौरान पढ़ाई का समय बढ़ाकर पांच घंटे कर दिया था। सभी प्रश्न पत्र को बेहतर ढंग से बनाया था।पढ़ाई करने में उन्हें उनके शिक्षक-शिक्षिका माता-पिता का भरपूर सहयोग मिला, क्योंकि दोनों सरकारी स्कूलों में शिक्षक व शिक्षिका है।
अक्षत ने शेयर किया सक्सेस मंत्र
अक्षत ने बताया कि स्कूल में शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा पढ़ाई कराने के बाद उन्हें घर में ज्यादा पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ता था, उन्हें सभी विषय बेहतर ढंग से समझ आ जाता था। घर में थोड़ा रिविजन कर लेता था।पढ़ाई करने के लिए वह किसी तरह की कोचिंग की सुविधा नहीं ली है। गाइड भी नहीं खरीदा। इंटरनेट मीडिया व माडल पेपर का सहारा कुछ विशेष चैप्टरों की पढ़ाई करने के लिए लेता था।
गणित विषय को उनके पिता दिलीप कुमार सिन्हा समझा देते थे और बाकी याद कराने में उनकी मां निर्मला सिन्हा से सहयोग मिल जाता था। साथ ही उनके बड़े भाई यश कुमार सिन्हा जो कि रायपुर में फार्मेसी के छात्र है, वह उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करता था। सभी का सहयोग उन्हें मिला और आज वे अपनी कड़ी मेहनत के दम पर 10वीं बोर्ड की परीक्षा में टापटेन की सूची में अपना नाम दर्ज कराया है।
स्वामी विवेकानंद है उनके आदर्श
अक्षत ने बताया कि स्वामी विवेकानंद उनके आदर्श है। वह उनके बातों से काफी प्रभावित हुआ है।
शतरंज में रुचि
अक्षत ने बताया कि शतरंज का खेल उन्हें काफी पसंद है। वह स्कूल में शतरंज खेलता है। घर में मोबाइल पर शतरंज खेलता है।
मां-पिता शिक्षक व शिक्षिका
अक्षत के माता-पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक व शिक्षिका है। पिता माध्यमिक स्कूल लिमतरा में पदस्थ है और मां रावां स्कूल में पीटीआई है।
रिजल्ट रहा बेहतर
कक्षा 10वीं में अक्षत कुमार सिन्हा ने हिंदी विषय में 95 नंबर, अंग्रेजी में 98, संस्कृत में 95, गणित में 98, विज्ञान में 99 और सामाजिक विज्ञान में 98 नंबर रहा। सभी विषयों में डिस्टेंस मिला है। कुल 600 में जे 583 अंक प्राप्त कर अक्षत ने 97.17 प्रतिशत प्राप्त किया है। प्रदेश के टापटेन सूची में 10वां रैंक मिला है।