चित्रकूट शहर के निवासी अर्पित यादव ने यूपीएससी में 136वी रैंक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है. चयन के बाद जब पहली बार अर्पित अपने चित्रकूट पहुंचे तो परिवार और स्थानीयजनों ने फूल मालाओं से और ढोल नगाड़ों की गूंज के साथ जोरदार स्वागत किया. उनके पिता का कोरोना में निधन हो गया था. अर्पित यादव ने कहा कि 12th फेल फिल्म के संघर्षरत आईपीएस मनोज शर्मा का स्ट्रगल हम सबको प्रेरित करता है.चित्रकूट. हाल ही में यूपीएससी परीक्षा 2023 के जारी हुए परिणामों में चित्रकूट शहर मुख्यालय के निवासी अर्पित यादव ने यूपीएससी में 136वी रैंक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है. अर्पित यादव इस चयन होने के बाद जब पहली बार अपने गृह जनपद चित्रकूट पहुंचे तो परिवार और स्थानीयजनों ने फूल मालाओं से और ढोल नगाड़ों की गूंज के साथ जोरदार स्वागत किया. अर्पित यादव के स्वागत में पूरे शहर में जुलूस निकाला गया. जगह-जगह अर्पित यादव की सफलताओं का होर्डिंग बैनर लगाकर जोरदार इस्तकबाल किया गयादेश की सबसे बड़ी सेवा आईएएस में चयनित हुए अर्पित यादव इस पूरे मंजर को देखकर बेहद खुश नजर आए. अर्पित यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया है कि उनके पिता का कोरोना में निधन हो गया था. पिता की ख्वाहिश थी कि मैं आईएएस बनूं और देश की सेवा करूं, इसलिए मैंने पूरी लगन से तैयारी की. दूसरे प्रयास में मेरा चयन हुआ है.उन्होंने कहा कि आईएएस बनने का सपना उन्होंने हाईस्कूल से ही देखा था. उन्होंने कहा कि आज से पहले जब मैं घर आता था, तब किसी को नहीं पता चलता था लेकिन आज जब इस बन गया हूं तो हर तरफ खुशी का माहौल है. अच्छा लग रहा है कि सब मेरी सफलता कोup अपनी सफलता मानते हुए मेरी खुशी में शामिल है.अर्पित ने कहा कि यह मुश्किल तो था लेकिन जवाब किसी लक्ष्य को पाना चाहते हैं और पूरी लगन से लग जाते हैं तो लक्ष्य की प्राप्ति जरूर होती है. मैंने रोज पढ़ाई की है. हफ्ते में 6 दिन पढ़ाई की है. शायद ही कोई ऐसा दिन रहा होगा जब मैंने किताब ना खोली हो. अर्पित यादव ने कहा कि 12th फेल फिल्म के संघर्षरत आईपीएस मनोज शर्मा का स्ट्रगल हम सबको प्रेरित करता है. सबके जीवन मे अलग अलग स्ट्रगल है. अर्पित यादव ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और स्थानीय लोगों को दिया
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