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दिवाली के बाद दिल्ली की हवा में तेजी से हुआ सुधार- क्रेडिट मौसम को या सरकार को?

दिल्ली की हवा में सुधार होने लगा है, दिवाली का आतिशबाजी के बाद स्थिति अब पहले की तुलना में काफी बेहतर है। जो हवा की गुणवक्ता दिवाली के बाद से ही ‘बहुत खराब’ श्रेणी में चल रही थी, अब वो शुक्रवार को ‘खराब’ श्रेणी में आ चुकी है। जानकारों के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने प्रदूषकों को तितर-बितर करने का काम किया है, इसी वजह से हवा में अचानक से सुधार आया है।

दिल्ली की हवा में कैसे आ गया सुधार?

असल में उत्तर-पश्चिमी हवाएं पंजाब और हरियाणा से प्रदूषण की दिल्ली की ओर लेकर आती हैं, उसी वजह से प्रदूषण का स्तर राजधानी में ज्यादा बढ़ जाता है। लेकिन इस साल क्योंकि पराली की घटनाएं कम हुई हैं, इसके ऊपर कटाई में हुई देरी ने दिल्ली की हवा को साफ रखने में मदद की है। शुक्रवार को दिल्ली का AQI 275 दर्ज किया गया जो गुरुवार को 305 था, बुधवार को 353 और मंगलवार को 350। यानी कि तीन दिनों तक जो हवा बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई थी, वो अब चौथे दिन सिर्फ ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गई। नीचे दी गई टेबल से समझें कितने AQI को ज्यादा खतरनाक माना जए-

पिछले सालों का ट्रेंड क्या बताता है?

अब 2020 के बाद से अब तक का सबसे तेज सुधार है। इससे पहले कोरोना का के दौरान भी प्रदूषण स्तर दिवाली के बाद तेजी से घटा था। 2020 की बात करें तो जब दिवाली वाले दिन जो AQI 414 दर्ज किया गया, वो अगले दो दिनों में 221 पहुंच गया था। इससे पहले 2017 में भी दो दिनों के अंदर में ही प्रदूषण में 70 प्वाइंट्स तक का सुधार दर्ज किया गया था।

मौसम विभाग ने क्या बताया?

समझने वाली बात यह भी है कि इस साल दिवाली गर्म मौसम के बीच मनाई गई। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 1 अक्टूबर से 24 अक्टूबर के बीच दिल्ली का औसत न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री दर्ज रहा। यह 2015 के बाद ज्यादातर वर्षों की तुलना में ज्यादा है। रात का तापमान 2024 में 21.7 डिग्री रहा, जबकि 2023 में यह 19.1 डिग्री, 2022 में 19.5 डिग्री और 2021 में 22 डिग्री था। वैसे जानकार मानते हैं कि इस बार उत्तर-पश्चिम से लगभग 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलती रही, उससे हवा ज्यादा प्रदूषित नहीं हुई और यह सुधार दर्ज किया गया।

इस बार तापमान में ऐसी परत नहीं बनी और उत्तर-पश्चिम से लगभग 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी लगातार चलती रही, जिससे प्रदूषण ऊपर उठकर आसानी से फैल सका और हवा का आवागमन बेहतर बना रहा।

पिछले 10 सालों का दिवाली ट्रेंड क्या बता रहा?

पिछले कुछ वर्षों का रिकॉर्ड देखें तो साफ समझ आता है कि दिवाली के समय दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण किस स्तर पर पहुँच जाता है। इसे स्पष्ट करने के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और अन्य संस्थानों की रिपोर्ट्स के आधार पर एक टेबल तैयार की गई है, जिसमें यह दर्शाया गया है कि दिल्ली में दिवाली वाले दिन और उसके अगले दिन हवा की गुणवत्ता कैसी रहती है।

साल दिवाली वाले दिन AQI दिवाली के अगले दिन AQI
2015 342 360
2016 431 445
2017 319 403
2018 281 390
2019 337 368
2020 414 435
2021 382 462
2022 312 303
2023 218 358
2024 339 362

Manoj Mishra

Editor in Chief

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