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सोने की कीमत वाला फूल, पौधा सब उगाते…किस्मत वालों के घर खिलता है एलोवेरा में फूल’ माली ने बताया इसका राज

एलोवेरा का पौधा सभी के घरों में आसानी से मिल जाता है। औषधीय गुणों के कारण लगभग हर भारतीय घर की शोभा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एलोवेरा के पौधे पर कभी-कभी सोने की कीमत वाला सुंदर फूल भी खिलता है? महंगा होने की वजह से सोने की कीमत वाला कहा जाता है। एलोवेरा में फूल खिलना बहुत दुलर्भ और शुभ संकेत माना जाता है।

तभी कहा जाता है कि ये खास फूल किस्मत वालों के घर ही खिलता है। हालांकि गार्डनिंग एक्सपर्ट का मानना है कि इस फूल के खिलने के पीछे सिर्फ किस्मत नहीं, बल्कि पौधे की देखभाल का एक खास तरीका छुपा होता है। अच्छी बात यह है कि इसके लिए आपको बहुत मेहनत करने की जरूरत नहीं है। बल्कि, कुछ चीजों को ‘न करना’ ही इसका असली राज है।अक्सर सोचते हैं कि पौधे में फूल तभी आएंगे जब उसकी बहुत देखभाल करेंगे, लेकिन एलोवेरा के साथ यह नियम उल्टा है। माली का साफ कहना है कि     की जरूरत नहीं है। इसे अपने प्राकृतिक और थोड़े मुश्किल माहौल में रहने दें। जब पौधे को लगता है कि उसकी जिंदगी खतरे में है, तो वह खुद को बचाने के लिए फूल पैदा करता है, ताकि बीज से नई नस्ल पैदा हो सके। इसलिए, इसे बहुत लाड़-प्यार न दें।पौधे को थोड़ा तनाव देना जरूरी है। तो अगर आप चाहते हैं कि आपका एलोवेरा बड़ा हो और उसमें फूल आएं, तो उसे छोटे गमले में लगाएं। इससे जड़ें कसकर बंध जाती हैं। इसे ही ‘रूट बाउंड’ होना कहते हैं। यह तनाव पौधे को फलने-फूलने के बजाय जान बचाने के लिए फूल पैदा करने पर मजबूर करता है, जो फूल आने का मुख्य कारण है। आप एक गमले में सिर्फ एक ही एलोवेरा प्लांट लगाएं। झुंड में पौधे लगाने से उनकी ऊर्जा बंट जाती है और फूल नहीं आते।एलोवेरा का पौधा अक्सर आस-पास छोटे-छोटे ‘बेबी प्लांट्स’ या पप्स पैदा करता रहता है। फूल लाने के लिए इन्हें हटाना बेहद जरूरी है। जब मुख्य पौधा बेबी प्लांट्स पैदा करता है, तो उसकी सारी ऊर्जा उन बच्चों के पालन-पोषण में चली जाती है। फूल लाना चाहते हैं, तो जैसे ही छोटे पौधे निकलें, उन्हें सावधानी से निकालकर हटा दें। ऐसा करने से पौधे की सारी ऊर्जा फूल खिलाने पर फोकस होती है। यह फूल आने का एक बहुत बड़ा राज है।इससे जड़ें गल सकती हैं और पौधा मर जाएगा। पानी तभी दें जब गमले की ऊपरी मिट्टी पूरी तरह से सूख जाए। सर्दियों में तो और भी कम पानी दें। अगर आप बिल्कुल पानी नहीं देंगे, तो पौधे की पत्तियां ऊपर से लाल-लाल होने लगेंगी। यह एक चेतावनी है कि उसे पानी की सख़्त जरूरत है। जब ऐसा हो, तभी पानी दें।एलोवेरा को बार-बार डिस्टर्ब करना या उसकी जगह बदलना फूल लाने से रोक सकता है। जब तक बहुत जरूरी न हो, पौधे को बार-बार एक गमले से निकालकर दूसरे गमले में न लगाएं। बार-बार रिपॉट करने से पौधे की जड़ें सेट नहीं हो पाती हैं और उसे फूल लाने का तनाव नहीं मिल पाता। एलोवेरा को एक ही जगह पर स्थिरता पसंद है। जब पौधा लंबे समय तक एक ही जगह और एक ही छोटे पॉट में रहता है, तो उसे लगता है कि फूल लाकर अपनी नस्ल को आगे बढ़ाना चाहिए। एलोवेरा में फूल आने में कुछ साल लग सकते हैं, इसलिए सब्र रखें।

डिस्क्लेमर: इस लेख में किए गए दावे यूट्यूब वीडियो और इंटरनेट पर मिली जानकारी पर आधारित हैं।  जगन्नाथ डॉट कॉम इसकी सत्यता और सटीकता जिम्मेदारी नहीं लेता है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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