छत्तीसगढ़

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा जिला स्तरीय श्री सतगुरू कबीर साहब के 627वें प्राकट्य उत्सव एवं संत समागम समारोह में शामिल हुए

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा जिला स्तरीय श्री सतगुरू कबीर साहब के 627वें प्राकट्य उत्सव एवं संत समागम समारोह में शामिल हुए

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कवर्धा शहर के लोहरा रोड़ में कबीर साहब का भव्य चौक बनाने की घोषणा की

इंडोर स्टेडियम को अब आचार्य पंथ श्री हकनाम साहब बहुउद्देशीय स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा

कवर्धा,  मई। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा आज कबीरधाम जिले के आचार्य पंथ श्रीगृन्धमुनि नाम साहब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में स्थित इंडोर स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय श्री सतगुरू कबीर साहब के 627वें प्राकट्य उत्सव एवं संत समागम समारोह में शामिल हुए। इस भव्य आयोजन में संत-महात्मा, अनुयायी, एवं श्रद्धालु एकत्र हुए थे। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने श्री सतगुरू कबीर साहब के तैल्य चित्र में पूजा-अर्चना, पुष्प अर्पण कर बंदगी किया। उन्होंने श्रद्धा के साथ सतगुरु के आदर्शों को नमन करते हुए पंथ श्री हुजूर नवोदित वंशाचार्य उदित मुनि नाम साहब से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सहित विशेष रूप से कबीरधाम जिले की शांति, समृद्धि और खुशहाली की मंगलकामना की। समारोह के दौरान पंथ श्री उदित मुनि नाम साहब ने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से कबीरपंथियों की मांग पर कवर्धा शहर में कबीरदास जी का एक स्मृति-चिह्न स्वरूप चौक बनाए जाने का आग्रह किया। इस पर त्वरित निर्णय लेते हुए उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने लोहारा रोड कवर्धा में एक अत्यंत सुंदर एवं भव्य चौक निर्माण की घोषणा की। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आगे घोषणा की कि आचार्य पंथ श्रीगृन्धमुनि नाम साहब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में स्थित इंडोर स्टेडियम को अब आचार्य पंथ श्री हकनाम साहब बहुउद्देशीय स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। संत कबीर साहब के आदर्शों को आत्मसात करने और सामाजिक समरसता के संदेश को आगे बढ़ाने का यह समारोह प्रदेश में आध्यात्मिक एकता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बना।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने बेहद भावुक और गर्व से भरे शब्दों में कबीरधाम जिले की पहचान और संत कबीर साहब के प्रति लोगों की आस्था को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आपने सबके मन की बात कही है, और मैं आज कबीरधाम जिलेवासियों की मन की बात कह रहा हूँ। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि जब जिले का कोई व्यक्ति बाहर जाता है और अपने परिचय में कहता है कि मैं कबीरधाम से आया हूँ, तो उसमें केवल एक भौगोलिक पहचान नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक गौरव और संत कबीर साहब के चरणों में जुड़ाव का भाव होता है। उपमुख्यमंत्री ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि कबीरधाम केवल एक जिला नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक चेतना का केंद्र है, जो संत कबीर साहब के विचारों, शिक्षाओं और उनके सामाजिक क्रांति के संदेश से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि “दुनिया में शायद ही कोई ऐसा जिला होगा, जिसके लोग इतने गर्व से अपनी पहचान ’कबीरधामवासी’ के रूप में करते हों। इस दौरान पंथ श्री उदितमुनि नाम साहब ने अपने प्रवचनों में संत कबीर साहब के वचनों की महिमा का विस्तार से वर्णन किया।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने बताया कि कबीरधाम जिले का शासकीय महाविद्यालय भी संत परंपरा से गहराई से जुड़ा हुआ है। इस महाविद्यालय का नाम आचार्य पंथ श्री गृन्धमुनि नाम साहब के नाम पर रखा गया है, जो कबीर पंथ की ज्ञान परंपरा के अग्रदूतों में से एक हैं। यह नामकरण विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक चेतना का वाहक भी है। अपने संबोधन में श्री शर्मा ने संत कबीरदास जी के आदर्शों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संत कबीर साहब ने समाज को जात-पात, ऊँच-नीच, और बाह्य आडंबर से ऊपर उठकर मानवता, समानता और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि कबीर साहब की वाणी आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी सदियों पहले थी। उनके दोहे, उनके विचार हमें सच्चे अर्थों में एक आदर्श समाज की ओर ले जाते हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कबीरधाम जिले की जनता के दिल में संत कबीर साहब का घर है। यहाँ की माटी में उनकी महक है, और यहाँ के लोगों की जीवनशैली में उनके विचार बसे हुए हैं। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, कृषक कलयाण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेश चंद्रवंशी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, जिला पंचायत सदस्य श्री रामकुमार भट्ट, श्री मनिराम साहू, श्री लोकचंद साहू, श्री सीताराम साहू, श्री रवि राजपुत, श्री सचिन गुप्ता सहित जनप्रतिनिधि, कबीरपंथ के अनुवायी उपस्थित थे।

Manoj Mishra

Editor in Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button