प्रधानमंत्री जनमन योजना से विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों की बदल रही दिशा, खुद का पक्का आवास पाकर हुए गदगद
पीएम आवास योजना से कच्चा मकान बन गया पक्का
कवर्धा, मई 2025। हर व्यक्ति का सपना होता है कि उन्हे जीवन की तीन मूलभूत आवश्यकताएं रोटी, कपड़ा और मकान मिल जाए। कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासख्ांड के ग्राम हाथीडोब के निवासियों साथ ऐसा ही हुआ। पीएम आवास योजना से कच्चा मकान आज पक्का बन गया। इन्ही योजनाओं में से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का लाभ लेने वाले श्री दल्लू , श्री बैसाखू,, श्री दशरथ, श्री सोन सिंह और श्री सोनू बैगा खुशी-खुशी नए घर में रहने लगे है। हितग्राहियों ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री जनमन योजना ने हमारी दशा और दिशा बदल दी है। पहले अपने पुश्तैनी कच्चे आवास में रहते थे। बरसात के मौसम में उन्हे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। कच्चे घर में सांप, मकान के छत से पानी टपकना आम समस्या थी। लेकिन पक्का मकान बनने से अब अपने परिवार के साथ खशी से जीवन यापन कर रहे है। नए घर बनने से श्री दल्लू , बैसाखू,,दशरथ, सोन सिंह और सोनू बैगा खुशी से फूले नही समा रहे है। सभी लाभार्थियों ने इसके लिए देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा का हृदय से आभार व्यक्त करते हुये उन्हे धन्यवाद ज्ञापित किया कि उन्हे उनके सपनों का आशियाना मिल गया है।
प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत सभी लाभार्थियों को वर्ष 2023-24 में आवास बनाने की स्वीकृति दी गई। इसके बाद इन सभी को अपने खुद के पक्का मकान की उमीद पूरी होती दिखाई देने लगी। जैसे ही पहली किश्त की राशि 40 हजार का अंतरण उनके बैंक खातों में ऑनलाईन डी.बी.टी. के माध्यम से किया गया वैसे ही उनकी पक्का आवास बनाने की उम्मीद और पक्की हो गई। इसके बाद ग्राम पंचायत स्तर के तकनीकी मार्गदर्शन के आधार पर सभी लाभार्थियों ने आवास निर्माण का कार्य प्रारंभ किया। प्रगति के आधार पर जैसे-जैसे किश्त की राशि मिलती गई, वैसे-वैसे आवास निर्माण कार्य आगे बढ़ता गया और इन सभी का अपने पक्का मकान सपनों का घर पूरा तैयार कर लिया गया। आवास निर्माण की अनुदान राशि 2 लाख रूपए के साथ-साथ इन सभी को महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत 95 दिवस की मजदूरी भुगतान की राशि 23 हजार 850 एवं स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रूपए की राशि अभिषरण के माध्यम से दिया तथा शासन की अन्य योजनाओं का लाभ मिल रहा है।