काली पट्टी बांधकर आया था नमाजी
उप निरीक्षक राजकुमार सिंह चौधरी ने बताया कि मुस्लिम त्योहार कमेटी के अध्यक्ष शकील अहमद और एक युवक सैयद सावेश अली के बीच काली पट्टी बांधने को लेकर विवाद हो गया। शकील अहमद ने सावेश अली से सवाल किया कि उसने पट्टी बांधने से पहले त्योहार कमेटी से अनुमति क्यों नहीं ली?सावेश ने बताया कि उसने उलेमाओं की अपील पर पट्टी बांधी थी। यह कहासुनी जल्द ही हाथापाई में बदल गई। इसी दौरान वहां मौजूद शकील अहमद और उसके भाई लईक पठान व नवेद पठान ने चाकू-छुरी से हमला कर दिया। गौर करने वाली बात यह है कि नमाज पढ़ने मस्जिद गए शकील और लईक के पास चाकू पहले से ही थी।
हमले में सैयद नवेद अली, सैयद अहद अली, सैयद शारिक अली और सावेश अली घायल हो गए। घायलों में सैयद नवेद अली की हालत गंभीर होने पर उसे रायसेन जिला अस्पताल भेज दिया गया। शेष तीन का इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।
देर से पढ़ी गई नमाज
- नमाज शुरू होने से पहले चाकूबाजी से मस्जिद में भगदड़ मच गई। घायलों के खून से मस्जिद का फर्श लाल हो गया। इससे अलविदा की नमाज करीब एक घंटे बाद अदा की गई।
- बेगमगंज के थाना प्रभारी राजीव उइके ने बताया कि सैयद सावेश अली की शिकायत पर शकील अहमद पठान, लईक पठान और नवेद पठान के विरुद्ध बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। तीनों आरोपितों को हिरासत में लिया गया है।