कबीरधाम। छत्तीसगढ़ में गौ तस्करी का नया तरीका अपनाया जा रहा है। ट्रक या पिकअप की जगह अब मवेशियों को पैदल ही छत्तीसगढ़ की सीमा से बाहर ले जाया जा रहा है। तस्कर मवेशियों को चराने के बहाने जंगलों के रास्ते से बाहर लेकर जा रहे हैं। कबीरधाम पुलिस ने ऐसे ही एक मामले में 4 तस्करों को पकड़ा है। सभी तस्करों को पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया है।
दरअसल कबीरधाम पुलिस को शुक्रवार की रात लगभग 12 बजे घोठिया रोड निवासी लोकेश महेश जायसवाल ने सूचना दी कि तीन तस्कर 40 से 50 मवेशियों को सुहागपुर से बदराडीह और महराजपूर के रास्ते एमपी के बूचडख़ाने ले जा रहे थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तस्करों को पकड़ा और त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान समेलाल धुर्वे (40) और गुडन धुर्वे (30), दोनों निवासी ग्राम दमोह, थाना मलाजखंड, जिला बालाघाट (एमपी), और राधेश्याम पटेल (42) और रामसाय यादव (45), दोनों निवासी ग्राम सोहागपुर, थाना कवर्धा के रूप में की है। एक अन्य तस्कर कृष्णा यादव, मौके से अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया है, जिसकी पुलिस खोजबीन कर रही है।
पुलिस ने मौके से आठ गाय और एक बछड़ा जब्त किया है। इन तस्करों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पशु संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि गौ तस्कर अब अपने तरीकों में बदलाव कर रहे हैं। और पैदल यात्रा जैसे नए तरीके अपनाकर सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। पुलिस प्रशासन की यह कार्रवाई तस्करों को कठोर संदेश भेजने के साथ-साथ गौ रक्षा के प्रति अपने प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
The post गौ-तस्करी का नया तरीका : पैदल ले जा रहे थे एमपी के बूचड़खाने…. चार तस्कर चढ़े पुलिस के हत्थे appeared first on ShreeKanchanpath.