दांतों को 100 साल तक मजबूत और चमकदार बनाए रखने की हर किसी की ख्वाहिश होती है. दांतों को हेल्दी रखने के लिए खाने-पीने की चीजों का सिलेक्शन बहुत जरूरी होता है. कई चीजें दांतों को गंभीर नुकसान पहुंचाती हैं और इनका सेवन करने से लोगों को दांतों की समस्याएं पैदा होने लगती हैं. इनमें से एक तंबाकू (Tobacco) है. तंबाकू को सेहत के लिए अत्यधिक नुकसानदायक माना जाता है, लेकिन बड़ी संख्या में लोग दिनभर तंबाकू चबाते रहते हैं. तंबाकू चबाने से दांतों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है. डॉक्टर से इस बारे में जरूरी बातें जान लेते हैं.तंबाकू दांतों और मसूड़ों के लिए खतरनाक होती है. तंबाकू खाने से ओरल कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. तंबाकू से लोगों की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे मसूड़ों के भीतर बैक्टीरिया पनपने का खतरा बढ़ जाता है. तंबाकू खाने से मसूड़ों की कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. इससे छोटे-छोटे इंफेक्शन से रिकवर होना मुश्किल हो जाता है और धीरे-धीरे परेशानियां बढ़ती जाती हैं. लंबे समय तक तंबाकू खाने वाले लोगों की ओरल हेल्थ बर्बाद हो जाती है.डॉ. वैभव गुलाटी ने बताया कि तंबाकू में निकोटीन और टार होता है, जिससे दांतों की सबसे ऊपरी परत डैमेज होने लगती है. इसे टूथ एनेमल कहा जाता है. तंबाकू खाने से दांतों का एनेमल डैमेज होने लगता है और दांतों का रंग पीला, लाल या काला हो जाता है. तंबाकू से दांतों पर दाग लग जाते हैं, जिन्हें हटाया नहीं जा सकता है. तंबाकू से मसूड़े सुपर सेंसिटिव हो जाते हैं और खाने-पीने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. तंबाकू खाने वाले लोगों को नमक-मिर्च वाला खाना खाने में दिक्कत होती है. इसे गम सेंसिटिविटी कहा जाता है. मसूड़ों की बीमारियां होने पर दांत कमजोर हो जाते हैं और हिलने लगते हैं.
डेंटिस्ट की मानें तो तंबाकू खाने से ओरल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, जिसे तंबाकू का सबसे खतरनाक साइड इफेक्ट माना जाता है. तंबाकू का सेवन करना किसी भी तरह सेहत के लिए ठीक नहीं होता है. इसे चबाने से सिर्फ नुकसान होता है. सालों तक तंबाकू खाने से दांत घिस जात हैं और काफी सेंसिटिव हो जाते हैं. तंबाकू खाने वाले लोगों को कोई ओरल डिजीज हो जाए, तो उसे ट्रीट करना मुश्किल गो जाता है. ऐसे लोग दांतों की समस्याओं से बेहद मुश्किल से रिकवर हो पाते हैं. लोगों को तंबाकू का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.