पाली:- भगवान शिव की आराधना करने वाले भक्तों में हर बार सावन माह को लेकर काफी उत्साह रहता है. इस बार भी अगस्त माह में सावन पड़ रहा है. लिहाजा इस बार सावन माह में एक अद्भुत संयोग यह रहेगा कि इस माह की शुरुआत भोलेनाथ के प्रिय दिवस सोमवार से होगी और समापन भी सोमवार को होगा. ऐसा संयोग 72 साल बाद बन रहा है. सावन में इस बार पांच सोमवार रहेंगे. 22 जुलाई सोमवार को श्रावण मास का शुभारंभ होगा और 19 अगस्त सोमवार को रक्षाबंधन पर समापन होगा. ज्योतिषाचार्य संजय शर्मा की मानें, तो खास बात यह रहेगी कि 22 जुलाई को सावन श्रवण नक्षत्र, प्रीति और सर्वार्थ सिद्धि योग में रहेगा. वैसे इस माह में खरीदारी के लिए कई अन्य शुभ योग रहेंगे
यह रहेंगे विशेष योगसावन का अंतिम दिन 19 अगस्त को होगा, तब इस दिन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि रहेगी, जो अत्यंत शुभ होती है. इस दिन शोभन योग रहेगा. श्रावण मास में भोलेनाथ ही नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए मंगला गौरी पूजन के भी चार दिन मिलेंगे. श्रावण में चार मंगलवार के दिन मंगला गौरी यानी मां पार्वती की पूजा होगी.
संजय शर्मा ने जगन्नाथ डॉट कॉम को बताया कि अगर आप अच्छा वर या वधु चाहते हैं, तो 16 सोमवार का व्रत करना विवाह के लिए महत्वपूर्ण रहता है. आज के समय विवाह में काफी मुश्किलें आती हैं. इस दिन शिव जी के अलावा माता पार्वती की आराधना करना काफी फलदायी होगा. इसमें शक्ति और शिव दोनों की पूजा करने से विवाह योग अच्छे होते हैं. शक्ति की पूजा करने से हमारे ग्रहों पर जो भी नकारात्मक प्रभाव हैं, वह दूर हो जाते हैं. इस बार विशेष सावन रहने वाला है और इस दिन हम भगवान शिव और पार्वती मां की जितनी पूजा करेंगे, उतना हमारे लिए अच्छा रहेगा.सावन की जानिए क्या है मान्यताज्योतिषाचार्य संजय शर्मा ने लोकल18 को आगे बताया कि श्रावण माह में इस साल भी शहर के शिवालय सजेंगे और मंदिरों में शिव अभिषेक व पूजन होगा. इस बार सावन 22 जुलाई से शुरू होगा और समापन 19 अगस्त को होगा. अनूठा संयोग यह है कि सावन के पहले दिन और आखिरी दिन सोमवार रहेगा. मान्यता है कि सावन सोमवार व्रत रखने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है. पहला 22 जुलाई, दूसरा 29 जुलाई, तीसरा 5 अगस्त, चौथा 12 अगस्त, पांचवां 19 अगस्त में शुभ योग रहेंगे. 22 जुलाई को सूर्योदय से रात 11:40 तक सर्वार्थ सिद्धि योग के अलावा प्रीति योग व श्रवण नक्षत्र योग रहेगा.यह रहेंगे योग23 जुलाई को सुबह 5:57 से दोपहर 12:05 तक द्वि-पुष्कर योग रहेगा.इसके बाद पूरे श्रावण माह में 7 दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेंगे. समापन पर 19 अगस्त को सूर्योदय से शाम 7:30 तक शोभन योग व पूर्णिमा तिथि सोमवार रहेगा. 7 अगस्त से सावन माह में ही श्रीकृष्ण की भक्ति भी शुरू हो जाएगी. इस दिन हरियाली तीज से मंदिरों में झूले लगना शुरू होंगे. जन्माष्टमी तक मंदिरों व घरों में श्रीकृष्ण भक्ति के कई उत्सव होंगे. वहीं 23 जुलाई, 30 जुलाई, 6 जुलाई व 13 जुलाई को मंगलवार पर मंगला गौरी पूजन की जाएगी. इस दिन मां पार्वती की विशेष पूजा की जाती है.Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का जगन्नाथ डॉट कॉम व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.