केंद्रीय चुनाव आयोग ने सोमवार को उप चुनावों की घोषणा कर दी है। देश में सात राज्यों में 13 सीटों पर उप चुनावों का ऐलान किया गया है, लेकिन इसमें छत्तीसगढ़ शामिल नहीं है। इसकी वजह यह है कि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अब तक अपनी रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से इस्तीफा नहीं दिया है। 18 जून को आधी रात तक वे विधायक के पद से त्यागपत्र दे सकते हैं।
जानकारों का कहना है इस तय समय सीमा तय दोनों में एक पद न चुनने पर किसी भी व्यक्ति की नए पद पर चयन स्वयमेव खत्म हो जाता है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में अग्रवाल को जगह न मिलने के बाद उनके समर्थकों में भारी नाराजगी है।
सोशल मीडिया पर प्रदेश की जनता व उनके अनुयायियों के तीखे कमेंट पढ़े जा सकते हैं। अग्रवाल का बुधवार को रायपुर लौटने की प्लान है। बात न बनी तो भविष्य को लेकर कदम उठाएंगे। आयोग के मुताबिक बिहार की रूपाली, पं. बंगाल की रायगंज,रानाघाट दक्षिण, बागदा व मानिकलता, तमिलनाडु की विक्रवंडी सीटों पर उपचुनाव होंगे।
मानसून सत्र की भी तैयारी, जुलाई मध्य में होगा
अग्रवाल संसदीय कार्य मंत्री भी हैं। इस वजह से लोकसभा चुनाव में सीएम व अग्रवाल के व्यस्त रहने पर जुलाई में संभावित विधानसभा के पावस सत्र की तैयारियों पर भी असर पड़ा है। अगर वे त्यागपत्र देते हैं तो सीएम विष्णुदेव साय को नया संसदीय कार्य मंत्री ढूंढना होगा। या इसका प्रभार वे किसी मंत्री को दे सकते हैं।
बताते हैं कि मानसून सत्र 15 जुलाई से प्रारंभ हो सकता है। इसके लिए अधिसूचना 14-15 जून को जारी हो सकती है। सीएम और अग्रवाल दिल्ली में हैं। दोनों के लौटने पर चर्चा के बाद सीएम फाइल पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। फिर इसे राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को जानकारी के लिए भेजा जाएगा।