धमकी में आरएडब्लूई कार्यक्रम शुभारंभ, कृषि छात्र अगले तीन माह ग्राम धमकी में किसानों के साथ करेंगे कार्य
पी.आर.ए. गतिविधि के रूप में विद्यार्थियों ने रंगोली बनाकर ग्राम संसाधन मानचित्र तैयार किया
कवर्धा, नवम्बर 2025। संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा द्वारा ग्राम धमकी (ब्लॉक कवर्धा) में बी.एससी. कृषि अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों, कृषकों एवं महाविद्यालय के संकाय सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. राजीव श्रीवास्तव ने की। कार्यक्रम का संचालन चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया। शुभारंभ अवसर पर कृषकों के लिए कृषक सूचना केंद्र का उद्घाटन भी किया गया। कार्यक्रम के समन्वयक डा. चंद्रेश धुर्वे ने आरएडब्लूई कार्यक्रम की रूपरेखा एवं उद्देश्य की जानकारी दी। अधिष्ठाता डा. श्रीवास्तव ने किसानों को महाविद्यालय में संचालित शैक्षणिक एवं अनुसंधान कार्यक्रमों, आरएडब्लूई के महत्व तथा विद्यार्थियों की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया।
डॉ. बी.पी. त्रिपाठी, प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा ने विद्यार्थियों को आगामी रबी मौसम की फसलों में संभावित समस्याओं एवं उनके जैविक उपचार के बारे में मार्गदर्शन दिया। ग्राम धमकी के सरपंच ने विद्यार्थियों को ग्राम पंचायत की ओर से हर संभव सहयोग एवं सुरक्षा का आश्वासन दिया। छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम में कृषकों के समक्ष नमक घोल द्वारा स्वस्थ बीज चयन तथा नीम से कीटनाशक निर्माण का लाइव डेमोंस्ट्रेशन प्रस्तुत किया, जिसे उपस्थित कृषकों द्वारा सराहा गया। पी.आर.ए. गतिविधि के रूप में विद्यार्थियों ने रंगोली बनाकर ग्राम संसाधन मानचित्र तैयार किया। कृषक सूचना केंद्र में विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए मॉडल, पोस्टर और कृषि उपकरणों के प्रदर्शन को ग्राम पंचायत सदस्यों, कृषकों एवं विद्यार्थियों ने अवलोकन कर प्रशंसा की। इस कार्यक्रम की तैयारी एवं मार्गदर्शन में डा. श्याम सिंह, श्री ठाकरे, डा. दिनेश ठाकुर, श्री रविशंकर नाग, डा. चंद्रेश चंद्राकर, डा. निर्मोध, डा. शिशिर शर्मा सहित अन्य प्राध्यापकों का योगदान सराहनीय रहा। कार्यक्रम में महाविद्यालय के तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों के साथ-साथ सभी प्रोफेसर एवं ऑफिस स्टाफ उपस्थित रहे। आने वाले तीन माह तक छात्र ग्राम धमकी में रहकर कृषकों के साथ कार्य कर कृषि क्षेत्र में व्यवहारिक अनुभव प्राप्त करेंगे।





