मेथी के दाने सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं. इन्हें सदियों से घरेलू नुस्खों के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है. ये डाइजेशन बेहतर करने, ब्लड शुगर कंट्रोल करने, मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और शरीर की सूजन कम करने में मदद करते हैं. यही वजह है कि आजकल बहुत से लोग इसे अपनी हेल्दी मॉर्निंग रूटीन का हिस्सा बना चुके हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मेथी पानी हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता? कुछ लोगों के लिए यह नुकसानदायक भी साबित हो सकता है. अगर इसे बिना सोचे-समझे रोजाना पीने लगें तो यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. आइए जानते हैं किन लोगों को मेथी पानी से दूरी बनाकर रखनी चाहिए.
लो ब्लड शुगर वाले लोग
मेथी ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद करती है लेकिन अगर किसी का पहले से ही ब्लड शुगर लो रहता है या वह डायबिटीज की दवाइयां ले रहा है तो मेथी पानी पीने से शुगर और लो सकता है. इससे चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना या बेहोशी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को बिना डॉक्टर की सलाह के इसे नहीं पीना चाहिए.
प्रेग्नेंट महिलाएं
प्रेग्नेंसी के शुरुआती या बीच के महीनों में मेथी पानी पीना खतरनाक हो सकता है. ज्यादा मेथी पानी पीने से प्रीमैच्योर डिलीवरी या मिसकैरेज का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा, यह गैस, मिचली या पेट दर्द भी पैदा कर सकता है. इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को इसे पीने से बचना चाहिए.
थायरॉयड के मरीज
कुछ स्टडीज के अनुसार, मेथी में मौजूद तत्व थायरॉयड हार्मोन के काम में बाधा डाल सकते हैं. यह शरीर में आयोडीन के अवशोषण को भी प्रभावित कर सकता है जो थायरॉयड के लिए जरूरी है. इसलिए थायरॉयड के मरीजों को मेथी पानी पीने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.
पेट से जुड़ी समस्या वाले लोग
मेथी में फाइबर और सैपोनिन की मात्रा ज्यादा होती है. यह कुछ लोगों में गैस, पेट फूलना, दस्त या ऐंठन जैसी परेशानी पैदा कर सकता है खासकर जब इसे खाली पेट पिया जाए. अगर आपको IBS (इरिटेबल बाउल सिंड्रोम), एसिडिटी या डाइजेशन की समस्या है तो मेथी पानी से परहेज करें या बहुत कम मात्रा में लें.
ध्यान रहें, यह खबर सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है. किसी भी तरह का डाइट या हेल्थ से जुड़ा बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह जरूर लें.





