बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है। पहले चरण की नामांकन की प्रक्रिया शुरु होने के बाद जारी हुए पसंदीदा मुख्यमंत्री उम्मीदवार के ताजा सर्वे में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव और जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर के ग्राफ में हल्का उछाल आया है। वहीं, मौजूदा सीएम नीतीश कुमार का ग्राफ गिरा है।पॉलिटिकल रिसर्च एजेंसी सी वोटर ने शुक्रवार को अक्टूबर महीने के बिहार के पसंदीदा सीएम कैंडिडेट सर्वे के आंकड़े जारी किए। इसमें 36.3 प्रतिशत पॉइंट के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री उम्मीदवार दिखाया गया है। दूसरे नंबर पर प्रशांत किशोर हैं। पीके को 23.2 प्रतिशत रेटिंग मिली है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15.9 फीसदी रेटिंग के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
तेजस्वी की छलांग
चुनावी साल में हर महीने जारी हो रहे इस सर्वे के आंकड़ों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इसके बावजूद तेजस्वी लगातार शीर्ष पर बने हुए हैं। आरजेडी नेता को फरवरी में जहां 40 प्रतिशत से ज्यादा लोग सीएम कैंडिडेट के रूप में पसंद करते थे, अगस्त तक उनका ग्राफ गिरकर 31.3 फीसदी तक पहुंच गया था। हालांकि, सितंबर में उन्होंने छलांग लगाई और उनकी रेटिंग 35 फीसदी से ऊपर पहुंच गई। अब अक्टूबर में भी उनकी बढ़त हुई और आंकड़ा 36 प्रतिशत से ऊपर हो गया है।
पीके की रेटिंग भी बढ़ी
सी वोटर के सर्वे में जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर की रेटिंग सितंबर में 23.1 प्रतिशत थी, जो अक्टूबर में हल्की बढ़त के साथ 23.2 प्रतिशत हो गई है। फरवरी 2025 में वे 14.9 फीसदी लोगों के ही पसंदीदा सीएम कैंडिडेट थे। बाद के महीनों में उन्होंने छलांग लगाते हुए नीतीश कुमार को सर्वे रेटिंग में पछाड़ दिया।
नीतीश का ग्राफ गिर रहा
इस सर्वे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुरुआत में तेजस्वी के बाद नंबर दो पर थे। मगर धीरे-धीरे उनका ग्राफ गिरता गया और सितंबर में 16 प्रतिशत तक पहुंच गया। अब अक्टूबर में भी उनकी रेटिंग में मामूली गिरावट आई है और रेटिंग 15.9 फीसदी हो गई है।
चिराग और सम्राट कहां पर?
सी वोटर के ताजा सर्वे में लोजपा (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान चौथे और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पांचवें नंबर पर हैं। चिराग की रेटिंग सितंबर में 9.5 प्रतिशत थी जो अक्टूबर में गिरकर 8.8 प्रतिशत हो गई है। वहीं, भाजपा नेता सम्राट चौधरी की रेटिंग सितंबर महीने में 6.8 प्रतिशत थी, जो बढ़कर 7.8 प्रतिशत हो गई है।वोटर ने यह सर्वे 9 और 10 अक्टूबर को किया है। इस दौरान बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों में 2530 लोगों से इंटरव्यू कर जानकारी ली गई।





