गुस्सा आना एक आम बात है, लेकिन जब यह बार-बार, बिना किसी ठोस कारण के या बहुत तेज रूप में आने लगे, तो यह न केवल आपकी मेंटल हेल्थ को खराब कर सकता है, बल्कि शारीरिकी स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक बन सकता है, लेकिन अब सवाल यह उठता है कि ऐसा क्यों होता है? आज के समय में बदलता लाइफस्टाइल, गलत खानपान, तनाव और नींद की कमी के कारण लोगों में विटामिन्स की कमी आम होती जा रही है, जिनका सीधा असर आपकी दिमाग की फंक्शनिंग पर पड़ता है, जिससे व्यक्ति चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस और बार-बार गुस्सा आने जैसी समस्याओं से ग्रस्त हो सकता है. तो चलिए बिना किसी देरी के जानते हैं, बार-बार गुस्सा आना किस विटामिन की कमी से जुड़ा होता है इसे कैसा बचा जा सकता है.
गुस्सा किसकी कमी से आता है? | How To Control Anger Issues?
विटामिन B6: विटामिन B6 ब्रेन में सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर को बनाने में मदद मदद करता है, जो मूड को ठीक रखने में सहायता करते हैं. शरीर में विटामिन B6 की कमी के कारण व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, बेचैनी, नींद न आना और जल्दी गुस्सा आने की समस्या हो सकती है.विटामिन B12: विटामिन बी 12 एक ऐसा तत्व है जो डीएनए बनाने और हमारी कोशिकाओं में ऊर्जा पैदा करने के लिए आवश्यक है. यह विटामिन दिमाग को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है. ऐसे में शरीर में इसकी कमी थकान, डिप्रेशन और ध्यान की कमी का कारण बन सकता है.
विटामिन D: विटामिन डी हड्डियों के लिए जरूरी माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं? ये विटामिन मूड रेगुलेशन में भी मदद कर सकता है. सूरज की रोशनी से मिलने वाला यह विटामिन जब शरीर में कम हो जाता है, तो डिप्रेशन और चिड़चिड़ापन का कारण भी बन सकता है.
क्या खाएं और क्या करें?
बैलेंस डाइट: हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, अंडा, मछली, दूध और नट्स जैसे चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर आप विटामिन बी 6, बी12 और डी की कमी को पूरा कर सकते हैं.
सूरज की रोशनी लें: शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी करने और बार-बार गुस्सा आने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए रोजाना कम से कम 15 मिनट सुबह की धूप में जरूर बैठें.
एक्सरसाइज: मेंटल हेल्थ को ठीक रखने के लिए रोजाना योग और ध्यान करें. आपकी यह आदत न केवल आपको बीमारियों से दूर रखेगी, बल्कि दिमाग को शांत रखने में मदद करेगी. अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. जगन्नाथ डॉट कॉम इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)