छत्तीसगढ़

युवती से संबंध स्थापित करने वाले की गिरफ्तारी व पुनः मेडिकल जांच की मांग

थान खम्हरिया के नवजात शिशु मामले में पुलिस कार्यवाही से असंतुष्ट मरार समाज ने घेरा था
थान खम्हरिया के नवजात शिशु मामले में पुलिस कार्यवाही से असंतुष्ट मरार समाज ने घेरा थाना

युवती से संबंध स्थापित करने वाले की गिरफ्तारी व पुनः मेडिकल जांच की मांग

थाना घेराव मामले मे पुलिस ने की अपराध पंजीबध्द

निरीक्षक चंद्रदेव वर्मा होंगे अब थान खम्हरिया के नये थाना प्रभारी

बेमेतरा 10 सितंबर 2025 – नगर थान खम्हरिया मे मंगलवार को सुबह से गहमा-गहमी का माहौल देखने को मिला, नवजात शिशु मामले मे आरोपीया पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर असंतुष्ट मरार समाज ने सुबह थाने का घेराव कर दिये। समाज के सैकङो महिला व पुरूषो ने थाना प्रभारी से सूचना देने वाले का नाम उजागर करने, युवती से संबंध स्थापित करने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी तथा पुनः मेडिकल जांच की मांग की है।

समाज के लोग सुबह 9 बजे से देर शाम तक थाने मे ही डटे रहे। डीएसपी कौशल्या साहू, एसडीओपी मनोज तिर्की तथा थान खम्हरिया थाना प्रभारी द्वारिका देशलहरे ने समाज प्रमुखो से चर्चा कर उचित जांच कार्रवाई का आश्वासन दिया है। थाना प्रभारी ने समाज के लोगो को मेडिकल रिपोर्ट तक पढकर सुनाया तथा उचित जांच पङताल पश्चात ही निष्पक्ष कार्रवाई किया गया है, बावजूद इसके समाज ने अपनी मांगो पर अङे रहे तथा युवती को गर्भवती नही होने तथा कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण करने का आरोप लगाते रहे।
नवजात शिशु मामले मे अब नया मोङ आ गया है, वही पुलिसिया कार्रवाई को लेकर नागरीको मे जबरदस्त आक्रोश देखा गया है। पुलिस ने आरोपीया के विरूद्ध मिले विभिन्न दस्तावेजो के आधार पर कार्रवाई तो की है, परंतु युवती से संबंध स्थापित करने वाले को पुलिस क्यो अभयदान दे रही है, यह संदेह के दायरे मे आ गया है। आज आरोपीया की माता श्रीमती पुष्पा बाई पटेल ने पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू तथा थाना प्रभारी को ज्ञापन सौपकर मामले की निष्पक्ष जांच कार्रवाई करने की पूरजोर मांग की है तथा आरोपीया की बयान को पुलीस के दबाव मे बयान देने जैसे आरोप भी लगाये गये है।
गौरतलब है 24 अगस्त को नगर मे मिले नवजात शिशु को लेकर पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट आरोपीया के परिजन व समाज के लोगो ने थाना पहुँचकर कार्रवाई का विरोध करने लगे, अभी तक परिजन को गिरफ्तारी सूचना नही मिली है। परिजनो व समाजिक लोगो का पुलिस पर आरोप है कि वह मुख्य आरोपी को बचा रही है, साथ ही इन लोगो का कहना है कि युवती लगातार परिजनो के साथ रही, परंतु गर्भवती जैसे स्थिति नही रही, वह सामान्य तौर पर काम करती रही है।
आरोप यह भी है कि आरोपी युवक को पुलिस अब तक गिरफ्तार क्यो नही कर पायी है? ऐसे विभिन्न पहलूओ ने परिजनो को कार्रवाई मे आशंका को जन्म दिया है। यही कारण है कि इन लोग युवती को निर्दोष बता रहे है तथा उसे रिहा करने की मांग पर अङे हुए है। इस मामले को लेकर नगर मे तरह तरह से चर्चाओ का बाजार गर्म है तथा अब पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है इसे देखने की जरूरत है।

प्रकरण की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच कार्रवाई हो – पुष्पा पटेल
आरोपीया की माता श्रीमती पुष्पा बाई पटेल ने आज पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू को सौपे ज्ञापन मे कहा है कि नवजात शिशु प्रकरण मे उसकी पुत्री निर्दोष है, वह हमेशा परिजनो के साथ रहती थी, कभी भी उसकी गर्भवती होने का आभास भी नही हुआ है, ना ही निवास मे प्रसव जैसे कोई घटना घटी है। उन्होने ज्ञापन मे यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस एकपक्षीय कार्रवाई कर रही है तथा मेडिकल रिपोर्ट भी गुमराह करने वाली है। पुष्पा पटेल ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि प्रकरण की निष्पक्ष, पारदर्शी तथा सक्षम जांच कार्रवाई कर आरोपीया को रिहा किया जावे, ताकि परिजनो को अनावश्यक रूप से मानसिक एवं समाजिक प्रताड़ना ना झेलना पङे।

उक्त मामले का अब डीएनए व नार्को टेस्ट से होगा खुलासा – नगर मे लावारिश नवजात शिशु मिलने के बाद से ही आरोपी को लेकर नगर मे अफवाहो का बाजार गर्म था परंतु अब पुलिस आरोपी तक पहूंच चुकी है, तब कार्रवाई से परिजन असंतुष्ट है तथा आरोप है कि पुलिस दबाव मे युवती से बयान लिया, ऐसे में अब युवती की नार्को टेस्ट आवश्यक हो गया है तथा झूठ से पर्दाफास हो सके तथा नागरीको विश्वास मे बी लिया जा सके। दूसरी ओर अब परिजनो, समाजिक लोगो को डीएनए टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार करने की जरूरत है, ताकि आरोपी की पुष्टि हो सके तथा नगर मे बने माहौल को पुलिस सामान्य कर सके। आज नगर मे दिनभर उक्त मामले को लेकर गहमा गहमी दिखाई दिया।

थाना घेराव मामले मे पुलिस ने की अपराध पंजीबध्द – मंगलवार को कुछ नागरीको द्वारा मांगो को लेकर की गयी थाना घेराव मामले मे पुलिस कङा रूख अपनाते हुए आन्दोलनकारी दर्जन भर से भी अधिक लोगो के विरूद्ध अपराध पंजीबध्द किया है। मंगलवार को सुबह से देर शाम तक आन्दोलनकारीयो व पुलिस के बीच कई दौर की झङप हुई थी। वही थाना प्रभारी से लेकर अधिकारी तक दिनभर परेशान रहे, फिर भी समस्या का हल नही निकला। अंततः पुलिस शासकीय कार्य मे बाधा, मार्ग अवरूद्ध करना तथा विधि विरूद्ध लोगो की जमावङा करने पर बीएनएस की धारा 126(1), 189(2) तथा 221 के तहत अपराध पंजीबध्द कर आगे कार्रवाई कर रही है। खबर है कि पुलिस नगर मे मचे कोहराम व अफवाहो पर विराम लगाने तथा लोगो को बहलाकर गलत दिशा देने वालो के विरूद्ध भी बङी कार्रवाई कर सकती है।
गौरतलब है कि 9 सितंबर मंगलवार को नवजात शिशु मामले मे पुलिस कार्रवाई का विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोपीया के परिजन व सामाजिक लोगो ने थाना पहुँचकर थाना घेराव कर शासकीय कार्य मे बाधा उत्पन्न करने की कोशिश की थी, वही कुछ महिला आरक्षक के साथ झूमाझपटी भी आन्दोलनकारी महिलाओ ने की थी, जिससे क्षुब्ध होकर पुलिस ने उनके विरुद्ध अपराध पंजीबध्द किया है। नगर मे घटना के अट्ठारहवे दिन विभिन्न प्रकार के अफवाहो, लोगो को बहलाने-फूसलाने व विधि विरूद्ध कार्य करने जैसो के चलते नगर का वातावरण दूषित हुआ है, ऐसे कृत्य करने वादो का अब पुलिस का पैनी नजर है तथा उनके विरूद्ध अपराध मामले पंजीबध्द करने की तैयारी चल रही है। मंगलवार को थाने मे मची कोहराम ने पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवालिया निशान लगा दिया है, ऐसे मे पुलिस सख्त बी दिख रही है।
इधर एसएसपी रामकृष्ण साहू ने निरीक्षक चन्द्रदेव वर्मा को थान खम्हरिया का पुनः थाना प्रभारी का दियित्व दिया है, ताकि जांच पङताल मे गति आ सके।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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