सप्टेम्बर का महीना छात्रों के लिए हर साल खास होता है, लेकिन इस साल यह और भी यादगार होने वाला है। न सिर्फ़ साप्ताहिक छुट्टियां होंगी, बल्कि कई राज्यों में त्योहारों के चलते स्कूलों में लंबी छुट्टियां भी घोषित की गई हैं। खासतौर पर तेलंगाना राज्य इस बार सबसे ज्यादा ध्यान खींच रहा है। यहाँ छात्रों को पूरे महीने में रिकॉर्ड संख्या में छुट्टियां मिलने वाली हैं।
तेलंगाना में सितंबर का छुट्टी कैलेंडर
तेलंगाना में इस साल सितंबर में छात्रों को कुल 13 दिन की छुट्टियां मिलेंगी। इसमें सिर्फ़ रविवार की छुट्टियां ही नहीं, बल्कि त्योहारों और खास अवसरों के लिए भी स्कूल बंद रहेंगे। सबसे लंबा अवकाश दशहरा के समय रहेगा, जो छात्रों और उनके परिवारों के लिए त्योहार मनाने का सुनहरा मौका है।
तेलंगाना में घोषित छुट्टियां
इस साल तेलंगाना में छुट्टियों की शुरुआत 5 सितंबर को ईद-ए-मिलाद से होगी। इसके बाद 7 और 14 सितंबर को रविवार का अवकाश रहेगा। सबसे खास और लंबा अवकाश 21 सितंबर से 3 अक्टूबर तक दशहरा के लिए घोषित किया गया है। यानी छात्रों को महीने के अंतिम 10 दिन लगातार छुट्टियां मिलेंगी। यह समय वे अपने परिवार के साथ त्योहा
जूनियर कॉलेजों की छुट्टियां
तेलंगाना में सिर्फ़ स्कूल ही नहीं, बल्कि जूनियर कॉलेज भी लंबा ब्रेक लेंगे। कॉलेजों की छुट्टियां 28 सितंबर से 5 अक्टूबर तक रहेंगी। इस दौरान कॉलेज पूरी तरह बंद रहेंगे और कक्षाएं 4 अक्टूबर से दोबारा शुरू होंगी। हालांकि यह दिन शनिवार है, इसलिए उसके बाद रविवार का अवकाश भी रहेगा।
छुट्टियों से पहले परीक्षाओं का दबाव
हालांकि सितंबर में लंबा ब्रेक मिलेगा, लेकिन छुट्टियों से पहले छात्रों को पढ़ाई और परीक्षाओं पर ध्यान देना होगा। 21 सितंबर तक फॉर्मेटिव असेसमेंट की परीक्षाएं पूरी की जाएंगी। अक्टूबर में समेटिव परीक्षाएं होंगी और नवंबर में हाफ-ईयरली परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इसका मतलब है कि छात्रों को छुट्टियों का आनंद लेने से पहले पढ़ाई पर पूरी तरह ध्यान देना होगा।
अन्य राज्यों में भी अतिरिक्त अवकाश
तेलंगाना के अलावा देश के कई राज्यों में भी त्योहारों के कारण सितंबर में अतिरिक्त छुट्टियां होंगी। नवरात्रा और दुर्गा पूजा के मौके पर स्कूल बंद रहेंगे। जिन राज्यों में छुट्टियां घोषित की गई हैं उनमें पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, असम, ओडिशा, झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इन राज्यों में 22, 29 और 30 सितंबर को अवकाश रहेगा।
छात्रों के लिए छुट्टियों का महत्व
स्कूल की छुट्टियां सिर्फ़ आराम का समय नहीं होतीं। यह छात्रों के मानसिक और शैक्षणिक विकास के लिए भी जरूरी हैं। लंबी छुट्टियों के दौरान छात्र तरोताजा महसूस करते हैं और पढ़ाई में नई ऊर्जा के साथ लौटते हैं। इसके अलावा त्योहारों के समय वे अपने परिवार और समुदाय के साथ समय बिताकर भारतीय संस्कृति और परंपराओं को करीब से समझ पाते हैं। छुट्टियां बच्चों को खेलकूद और रचनात्मक गतिविधियों में शामिल होने का भी मौका देती हैं।
अभिभावकों के लिए चुनौती
जहां छुट्टियां बच्चों के लिए मज़ेदार होती हैं, वहीं माता-पिता के लिए यह समय कभी-कभी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लंबे ब्रेक के दौरान बच्चों का समय प्रबंधन करना मुश्किल हो सकता है। कई बार छात्र पढ़ाई से पूरी तरह दूर हो जाते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो सकती है। इसलिए माता-पिता को चाहिए कि वे छुट्टियों में बच्चों को पढ़ाई और मनोरंजन के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए प्रेरित करें।
त्योहारों से जुड़े अनुभव
सितंबर का महीना त्योहारों के कारण खास है। ईद-ए-मिलाद, दशहरा, नवरात्रा और दुर्गा पूजा जैसे अवसर बच्चों को भारतीय परंपरा और धार्मिक विविधता को करीब से समझने का मौका देते हैं। यह अनुभव उनके व्यक्तित्व और सांस्कृतिक समझ को मजबूत करता है और उन्हें अपने परिवार और समाज के साथ जोड़ता है।
तेलंगाना का उदाहरण क्यों अलग है?
तेलंगाना इस बार खास इसलिए है क्योंकि छात्रों को लगातार 10 दिन की लंबी छुट्टी मिलेगी। देश के अन्य राज्यों में इतनी लंबी छुट्टी एक साथ नहीं है। यह बच्चों को पढ़ाई से थोड़ी राहत और परिवार के साथ त्योहार मनाने का अद्भुत अवसर देता है।
सप्टेम्बर 2025 छात्रों के लिए यादगार रहने वाला है। तेलंगाना में कुल 13 दिन की छुट्टियां मिलेंगी, जिनमें लगातार 10 दिन का लंबा ब्रेक भी शामिल है। वहीं, अन्य राज्यों में नवरात्रा और दुर्गा पूजा के चलते स्कूल बंद रहेंगे। यह समय बच्चों के लिए पढ़ाई के दबाव से राहत पाने, परिवार के साथ त्योहार का आनंद लेने और सांस्कृतिक अनुभव हासिल करने का बेहतरीन मौका है। माता-पिता और छात्र दोनों को चाहिए कि वे छुट्टियों का सही और संतुलित उपयोग करें।
यह लेख विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और राज्य सरकारों की घोषणाओं पर आधारित है। छुट्टियों की तारीखें और संख्या समय-समय पर शिक्षा विभाग की अंतिम अधिसूचना के अनुसार बदल सकती हैं। इसीलिए छात्र और अभिभावक नवीनतम जानकारी के लिए संबंधित स्कूल या कॉलेज से संपर्क करें।