मंदसौर के बीच नया ग्रीनफील्ड फोरलेन (Bhopal-Mandsaur greenfield four lane) बनेगा। यह उज्जैन से गुजरेगा। लंबाई करीब 350 किमी होगी। यह न केवल प्रस्तावित भोपाल मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के विकास को गति देगा, बल्कि उज्जैन-इंदौर के बीच आवागमन आसान भी बनाएगा। सीएम मोहन यादव ने दिल्ली में एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष यादव के साथ बैठक में शुक्रवार को यह प्रस्ताव रखा।वहीँ, पहले से चल रहीं और प्रस्तावित सड़क परियोजनाओं में रुकावटों को केंद्र-राज्य मिलकर दूर करेंगे। बैठक में एनएचएआइ और एमपीआरडीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी थे। प्रस्तावित सड़क परियोजनाओं की टेंडर प्रक्रिया में तेजी आएगी।
ग्रीनफील्ड की डीपीआर तैयार करने पर काम होगा।
- उज्जैन- झालावाड़ मार्ग का चौड़ीकरण (4-लेन), लंबाई: 124 किमी, लागतः 2232 करोड।
- इंदौर ईस्टर्न रिंग रोड (6-लेन), लंबाई: 77 किमी. लागतः 2910 करोड़।
- बदनावर-टिमरवानी खंड का 4-लेन निर्माण, लंबाई: 81 किमी, लागतः 1875 करोड़।
- सतना-किाकूट खंड का 4-लेन निर्माण, लंबाई: 77 किलोमीटर, लागतः 2481 करोड़ रुपए।
इन पर भी बात
- भोपाल-इंदौर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवेः 160 किमी, लागतः 9500 करोड़
- लखनादौन-रायपुर एक्सप्रेसवेः 300 किमी, लागतः 5780 करोड़।
- इंदौर बायपास पर सर्विस रोड का चौडीकरणः 32 किमी।
- मिसरोद-औबेदुल्लागंज: 19.300 किमी. लागतः 301.36 करोड़।
- ग्वालियर-भिंड-इटावा मार्गः 108 किमी, मार्च 2028 तक का लक्ष्य।
- ग्वालियर-भिंड मार्गः 96.600 किमी, लागतः 1548 करोड़।
- सीधी-सिंगरौली 4-लेनः 105 किमी, लागत 331 करोड़