जनजाति क्षेत्रों में अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने आदि कर्मयोगी अभियान की पहल
जिला स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न
आदि सेवा केन्द्रों की स्थापना की जाएगी
महासमुंद 19 अगस्त 2025/ जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने हेतु “आदि कर्मयोगी” नामक नई पहल की गई है। इस अभियान के अंतर्गत जिले से चयनित 6 अधिकारियों ने राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त कर जिला मास्टर ट्रेनर का सम्मान हासिल किया है। आज जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में किया गया। जिसमें अभियान की विस्तृत और उद्देश्यों के संबंध में जानकारी दी गई।
कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में आदिवासी विकास विभाग द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) और धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान संचालित किए जा रहे हैं। जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति (कमार) के लिए 9 अलग अलग मंत्रालयों के 11 प्रकार के कार्यों से संतृप्ति का कार्य किया जा रहा है। जनमन योजना अंतर्गत जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति कमार के 77 बसाहटों के 940 परिवारों (3306 जनसंख्या) को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता, जाति प्रमाणपत्र जैसे जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही सामुदायिक उत्थान हेतु प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ पेयजल, बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का भी विकास किया जा रहा है। वहीं धरती आबा अभियान अंतर्गत जिले के 308 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में 17 मंत्रालयों की 25 योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत नंदनवार, अपर कलेक्टर श्री सचिन भूतड़ा, श्री रवि कुमार साहू सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
पूर्व में जिला प्रशासन द्वारा शिविरों के माध्यम से योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जाता था, लेकिन अपेक्षित परिणाम न मिलने पर अब इस कार्यशैली को आदि कर्मयोगी अभियान के रूप में नई दिशा दी गई है। इसमें विकास कार्यों को तीन स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा। जिसमें पहला आदि कर्मयोगी तैयार करना। इनमें राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे। दूसरे क्रम में आदि सहयोगी की टीम बनाई जाएगी। जिसमें शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चिकित्सक, युवा नेता, सामाजिक मुखिया आदि जो ग्राम स्तर पर योजना क्रियान्वयन में सहयोग करेंगे। तीसरे क्रम में आदि साथी, वे हितग्राही जिन्हें योजनाओं का सीधा लाभ दिया जाना है। कलेक्टर ने सभी विभागों को सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन निर्देशानुसार करने कहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम स्तर पर वालंटियर्स की नियुक्ति की जाएगी। तथा आदि सेवा केन्द्रों की स्थापना भी की जाएगी। उन्होंने सभी जनपद सीईओ को इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
हाल ही में भोपाल में राज्य स्तरीय प्रशिक्षण एवं रायपुर में 11 से 14 अगस्त तक कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इसमें महासमुंद जिले से आदिवासी विकास विभाग से अधीक्षक श्री निलेश खांडे, महिला एवं बाल विकास से परियोजना अधिकारी मनीषा साहू, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से सहायक अभियंता किशोर साहू, वन विभाग से एसडीओ गोविंद सिंह, पंचायत विभाग से अशोक यादव एवं स्वास्थ्य विभाग से ग्रीस ध्रुव ने भाग लेकर जिला मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इन मास्टर ट्रेनरों ने बताया कि अब सभी विभाग मिलकर अभिसरण के तहत योजनाओं को हितग्राही मूलक बनाते हुए कार्य करेंगे। साथ ही वे प्रति सप्ताह कम से कम एक ग्राम में ग्रामीणों के साथ बैठक कर ग्राम की आवश्यकताओं के अनुरूप विकास की रूपरेखा तैयार करेंगे।