छत्तीसगढ़ में चुनावी पारा बढ़ने लगा है। राज्य की 11 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर है। राज्य के गठन के बाद हुए आम चुनाव से लेकर 2014 तक सभी तीनों चुनाव में राज्य की 11 सीटों में से 10 सीटों पर बीजेपी जीतती रही है। पहली बार महासमुंद की सीट राज्य के पहले मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पूर्व नेता अजीत जोगी, दूसरी बार कोरबा की सीट यूपीए सरकार में पूर्व मंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने निकाली। 2014 में अकेले कांग्रेस नेता ताम्रध्वज साहू दुर्ग सीट से जीते।
वहीं, 2019 में पहली बार पहले कांग्रेस ने राज्य में अपना प्रदर्शन सुधारते हुए दो सीटें जीतीं। कांग्रेस को कोरबा और बस्तर से जीत का रास्ता मिला। राज्य की छह लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर आजतक बीजेपी कभी नहीं हारी। बीजेपी का अभेद्य गढ़ कही जाने वाली सीटों में रायपुर, कांकेर, सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर चांपा और राजनांदगांद की सीट शामिल है। मौजूदा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी दोनों की ही निगाहें इन छह सीटों पर है।
महज चार महीने पहले प्रदेश की सत्ता में आई बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी के नाम और काम पर लोगों से वोट मांग रही है तो वहीं दूसरी ओर यहां पूर्व सीएम भूपेश बघेल की अगुआई में चुनाव लड़ रही हैकांग्रेस ने अपने मौजूदा दो सांसदों में एक का टिकट काट दिया, जबकि कोरबा से मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत को फिर से रिपीट किया है। बस्तर से अपने मौजूदा सांसद दीपक बैज की जगह पार्टी ने कवासी लखमा को उतारा है। बैज फिलहाल पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान संभाल रहे हैं। कांग्रेस की तरफ से यहां भूपेश बघेल खुद चुनावी मैदान में हैं। वह राजनांदगांव से चुनाव लड़ रहे हैं जो कभी पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह का गढ़ हुआ करता था।
पार्टी ने रायपुर से विकास उपाध्याय को दिया है, जिनका मुकाबला बीजेपी के बड़े नेता और मौजूदा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से है। महासमुंद से पार्टी ने अपने सीनियर नेता ताम्रध्वज साहू को उतारा है, जबकि रायगढ़ से कांग्रेस ने राज परिवार की मेनका सिंह को टिकट दिया है। बस्तर में कांग्रेस और बीजोपी दोनों ने अपनी पूरी ताकत लगा रखी है। अभी तक बस्तर संभाग से लोकसभा में ज्यादातर बीजेपी ही जीतती आई है।
इसके साथ ही बीजेपी ने भी छत्तीसगढ़ में तीन टिकट बदले हैं। बीजेपी की तरफ से उतरे अहम चेहरों में बृजमोहन अग्रवाल के अलावा कोरबा से सरोज पांडे का है। सरोज पांडे बीजेपी की राष्ट्रीय महासचिव रहने के अलावा बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष रह चुकी हैं। वहीं, पिछली बार रायपुर से जीतने वाले सुनील सोनी की जगह पार्टी ने अपने कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल को उतारा है। इसी तरह सरगुजा की मौजूदा सांसद रेणुका सिंह की जगह इस बार चिंतामणि महाराज को मौका दिया गया है। प्रदेश की कांकेर सीट से पिछली बार विक्रम उसेंडी जीते थे, लेकिन इस बार उनकी जगह भोजराज नाग को टिकट दिया है।