पुलिस ने किया आरोपी को गिरफ्तार, कुसमी प्रभारी लाइन अटैच
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक दिन पहले बंद पड़े फ्लाई ऐश ब्रिक्स की फैक्ट्री से लगे खेत में मिले मानव कंकाल का राज खुल गया है। यह कंकार किसी और के नहीं बल्कि डेढ़ माह पहले लापता हुए मां-बेटी व बेटे के हैं। पुलिस को मौके पर मिले मानव कंकाल के साथ साड़ी, पैंट व अन्य कपड़े मिले जिससे तीनों की पहचान की गई। तीनों की बेरहमी से हत्या की गई और बंद पड़े फ्लाई ऐश ब्रिक्स की फैक्ट्री के पास ठिकाने लगा दिया गया। हत्याकांड की वजह 17 वर्षीय नाबालिग बेटी का लव अफेयर बना।
बता दें बलरामपुर थाना क्षेत्र के दहेजवार गांव में बंद पड़े फ्लाई ऐश ब्रिक्स फैक्ट्री से लगे खेतों में मानव कंकाल मिले। खोपड़ियों के साथ मानव अंग के अवशेष पाए गए। जिस खेत में अवशेष पाए गए वह महराजगंज के एक व्यक्ति था। शुक्रवार को वह धान काटने पहुंचा तो उसकी नजर पड़ी और देखते ही देखते बात फैली और हड़कंप मच गया। इसके बाद मौके पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम से जांच कराई। साड़ी, सलवार, पैंट और अन्य कपड़ों भी मिले। तीनों की पहचान कुसमी से 27 सितंबर से लापता सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर (36 साल), बेटी मुक्तावती उर्फ मुस्कान ठाकुर (17 साल) और बेटा मिंटू ठाकुर (6 साल) के रूप में हुई। सूरजदेव ठाकुर ने अपनी पत्नी-बेटी व बेटे के लापता होने की शिकायत 27 सितंबर को लिखाई थी।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी मोख्तार अंसारी
लापता मां-बेटी व बेटे के शव मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले में झारखंड के बरगढ़ निवासी मोख्तार अंसारी को गिरफ्तार किया है। मोख्तार ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। दरअसल मोख्तार के छोटे भाई आरिफ अंसारी से मुस्कान ठाकुर का प्रेम संबंध था। आरिफ कुसमी में रहकर ठेकेदारी का काम करता है और अच्छे पैसे कमा रहा था। आरिफ और मुस्कान के बीच प्रेम संबंध की पुष्टि कॉल डिटेल और मोबाइल चैट से हुई है। पुलिस की पूछताछ में मुख्तार अंसारी ने हत्या का कारण पुलिस को बताया।
भाई पैसे नहीं भेजता था इसलिए नाराज था मुख्तार
आरोपी मोख्तार अंसारी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके पिता को सांप ने काट लिया था, जिससे उसके शरीर के अंग गल रहे हैं। इसके बावजूद छोटा भाई आरिफ पिता के इलाज के लिए पैसे नहीं भेजता था। इससे मोख्तार अंसारी नाराज था। उसे पता था कि आरिफ किसी लड़की के लिए सारे पैसे खर्च कर रहा है। इसके बाद उसने लड़की व उसके परिवार को मारने की प्लानिंग की। मोख्तार अंसारी कौशल्या ठाकुर, मुस्कान और मिंटू ठाकुर को लेकर कुसमी से बलरामपुर लेकर गया। दहेजवार में जहां कंकाल मिले हैं, उसके पास ही झोपड़ीनुमा घर में तीनों को रखा और रात में तीनों जब सो गए तो कुल्हाड़ी से सिर और माथे पर कई वार किए। तीनों की हत्या के बाद खाली खेत में बने नाले में फेंक आया। लगभग डेढ़ माह बाद तीनों शवों के कंकाल ही लोगों को मिले।
लापरवाही के लिए कुसमी थाना प्रभारी लाइन अटैच
इस पूरे में एक और बात सामने आई है। दरअसल जब तीनों लापता हुए तो सूरजदेव ठाकुर ने आरिफ अंसारी पर शक जताया था। पुलिस ने आरिफ से पूछताछ की तो उसने मोख्तार द्वारा तीनों को लेकर जाने की बात भी बताई गई लेकिन पुलिस ने कार्रवाई आगे नहीं बढ़ाई। यहां तक कि कौशल्या की मां कमला बाई ने मुख्यमंत्री कैंप बगिया में भी आवेदन दिया लेकिन फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। अब जब कंकाल सामने आए और हत्या का राज खुला तो एसपी ने थाना प्रभारी पर एक्शन लिया है। कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल लाइन अटैच कर दिया गया है।
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