मध्य प्रदेश के लिए गुड न्यूज है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्य को दो बड़ी सौगातें देने का ऐलान किया है। गडकरी ने मध्य प्रदेश के 4 टाइगर रिजर्व को जोड़ने को एक 4 लेन वाले ‘टाइगर कॉरिडोर’ और भोपाल व जबलपुर के बीच 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से 255 किमी लंबा ‘ग्रीनफील्ड हाईवे’ बनाने की घोषणा की है।गडकरी ने शनिवार को जबलपुर में 7 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का उद्घाटन करने के बाद यह दो बड़े ऐलान किए। जबलपुर के सांसद आशीष दुबे, राज्य के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और राज्य के अन्य सांसदों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के टाइगर रिजर्व को जोड़ने वाले कॉरिडोर की मांग की थी।
टाइगर कॉरिडोर से पर्यटन, रोजगार और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘टाइगर कॉरिडोर’ की लागत 4,600 करोड़ रुपये से बढ़कर करीब 5,500 करोड़ रुपये हो गई है। यह कॉरिडोर कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना और पेंच टाइगर रिजर्व को आपस में जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटन, रोजगार और राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। वर्ष 2022 की जनगणना के अनुसार, मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 785 बाघ हैं।
दिसंबर तक तैयार होगी ग्रीनफील्ड हाईवे की डीपीआर
दिसंबर तक तैयार होगी ग्रीनफील्ड हाईवे की डीपीआर
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भोपाल और जबलपुर के बीच 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से 255 किलोमीटर लंबा ‘ग्रीनफील्ड हाईवे’ बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसकी डीपीआर दिसंबर तक तैयार हो जाएगी।
गडकरी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव और मंत्री राकेश सिंह से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया सुचारू रूप से सुनिश्चित करने को कहा ताकि अगले अप्रैल या मई तक निर्माण कार्य शुरू हो सके।
जबलपुर में मध्य प्रदेश के सबसे लंबे फ्लाईओवर का उद्घाटन
नितिन गडकरी और सीएम मोहन यादव ने शनिवार को जबलपुर में राज्य के सबसे लंबे ‘सिंगल स्पान केबल स्टे ब्रिज’ वाले फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। 7 किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर से मदन महल और दमोह नाका के बीच यात्रा का समय वर्तमान 40-45 मिनट से घटकर केवल 6 से 7 मिनट रह जाएगा।
उन्होंने बताया कि लगभग 1,200 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह फ्लाईओवर आधुनिक शहरी यातायात प्रबंधन और विकास में एक बड़ी उपलब्धि है। अधिकारियों ने बताया कि इस फ्लाईओवर की एक प्रमुख विशेषता रेलवे लाइन पर बना 192 मीटर लंबा सिंगल स्पान केबल स्टे ब्रिज है।
उन्होंने बताया कि इस कॉरिडोर में तीन बो-स्ट्रिंग ब्रिज हैं, जिनमें दो रानीताल में और एक बलदेवबाग में हैं। प्रत्येक बो-स्ट्रिंग ब्रिज 70 मीटर लंबा और पूरी तरह से स्टील से बना है।अधिकारियों के मुताबिक, हरियाली को बढ़ावा देने और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए फ्लाईओवर के नीचे 50 हजार पौधे लगाए गए हैं। साथ ही इसके नीचे बास्केटबॉल कोर्ट, ओपन जिम और बच्चों के लिए पार्क जैसी सुविधाएं भी विकसित की गई हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा को आसान बनाने के लिए दस दिशा-सूचक लगाए गए हैं। गडकरी ने 2019 में इस फ्लाईओवर की आधारशिला रखी थी। सितंबर 2023 में राज्य विधानसभा चुनावों से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फ्लाईओवर के एक हिस्से ‘छोटी लाइन से गुलाटी पेट्रोल पंप तक’ का उद्घाटन किया था।